एफएनएन, बागेश्वर: नगर में बिना लाइसेंस के कुत्तों की संख्या बढ़ गई है। तीन माह में कुत्तों ने 231 लोगों को काट दिया है। जिस कारण लोगों में भय बना है। उन्होंने आवारा कुत्तों को शहर से भगाने की मांग तेज कर दी है। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। शहर में बेसहारा कुत्तों से लोग भयभीत हैं।
बिना लाइसेंस के शहर में कुत्ते घूम रहे हैं। झुंड के रूप में यह राहगीरों को शिकार बना रहे हैं। जिस कारण स्थानीय लोगों में भय व्याप्त है। बुजुर्ग, महिलाएं, स्कूली बच्चे आदि कुत्तों के आतंक से परेशान हैं। सुबह घूमने जाने वाले लोग भी डरने लगे हैं। लाठी से लैस होने के बावजूद उन्हें कुत्ते निशाना बना रहे हैं। जबकि पालिका इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है।
सार्वजनिक स्थानों को गंदा कर रहे कुत्ते
कुत्ते नगर की सड़कों, गलियों और सार्वजनिक स्थानों को भी गंदा कर रहे हैं। स्थानीय निवासी बबलू जोशी, नरेश उप्रेती, मनोज जोशी, घनानंद जोशी, पूरन सिंह, सुंदर सिंह, हरीश मनराल आदि ने पालिका से आवारा कुत्तों को शहर से हटाने और पालतू के लाइसेंस बनाने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
तीन माह में शिकार हुए लोग
जिला अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार अगस्त में 73, सितंबर में 87, अक्टूबर में 71 लोगों को कुत्तों ने काटा है। इसके अलावा नवंबर माह में अब तक 19 लोगों शिकार बने हैं। कुत्तों से काटने के बाद लोग जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। उन्हें रैबीज के टीके लगाए जा रहे हैं।
अधिकारियों ने कही ये बात
बेसहारा कुत्तों को लेकर पशु चिकित्साधिकारी से बात की जा रही है। बधियाकरण किया जाएगा। पालतू कुत्तों के लाइसेंस बनाए जा रहे हैं। अब तक 40 कुत्तों के लाइसेंस बनाए गए हैं। लाइसेंस नहीं बनाने वालों का चालान किया जाएगा। – हयात सिंह परिहार, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका।