
एफएनएन, नानकमत्ता : विद्यालय राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सिद्धा के सभागार में 32 शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान तथा विद्यालय सुरक्षा छः दिवसीय प्रशिक्षण में प्रतिभाग किया! प्रशिक्षण के दौरान संदर्भदाताओ द्वारा मौखिक भाषा विकास, ध्वनि जागरूकता, अक्षर ज्ञान, शब्द भंडार, धारा प्रवाह पठन, पढ़ कर समझना, लेखन कौशल, आकलन, पुस्तकालय, गणितीय संप्रेषण, आकार एवं स्थानीय समझ, अंको की समझ, 2 अंक की संख्याओं का योग, शून्य की अवधारणा, विद्यालय सुरक्षा आदि संबोधो पर विस्तार पूर्वक चर्चा परिचर्चा करवाई गई l
प्रशिक्षण के अंतिम दिवस पर राज्य परियोजना अपर निदेशक समग्र शिक्षा श्री आकाश सारस्वत द्वारा अपने संबोधन से शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य वर्ष 2026-27 तक कक्षा 3 तक के बच्चों को बुनियादी साक्षरता व बुनियादी संख्यात्मक ज्ञान होना अनिवार्य है यह तभी संभव है जब शिक्षक अपनी स्वविवेक से विद्यालय विकास व बच्चों के भविष्य के लिए संकल्पित हो। उन्होंने समकालीन भारत में अब्दुल कलाम आजाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जैसे अनेक सफल हुए व्यक्तियों के बचपन की जीवनी का उदाहरण देकर शिक्षकों में ऊर्जा का संचार किया। नोडल अधिकारी सुरेश कुशवाह व संकुल प्रभारी जसौद मेहता, संदर्भदाता दिनेश चौहान, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर श्री कुलवंत सिंह द्वारा निदेशक महोदय का सॉल ओढ़ाकर एवं पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
संकुल प्रभारी जसौद मेहता द्वारा बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान आधारित प्रशिक्षण के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन कर रहे हैं शिक्षक नेता खिलानंद अटवाल द्वारा अपने संबोधन में निदेशक महोदय को आश्वस्त कराया कि हमारे सभी प्रशिक्षण ले रहे शिक्षक विद्यालय में जाकर आपके द्वारा दिए गए निर्देशन एवं मार्गदर्शन का अनुपालन करते हुए विद्यालय में दोगुनी ऊर्जा के साथ कार्य करेंगे साथ ही अटवाल जी द्वारा शिक्षकों के चिकित्सा प्रतिपूर्ति, गोल्डन कार्ड,एवं विद्यालय की जर्जर भवनों आदि समस्याओं से निदेशक को अवगत कराते हुए अपने स्तर से प्रकरणों का निस्तारण करने हेतु आग्रह किया। प्रशिक्षण समापन के बाद उच्च अधिकारियों के द्वारा समस्त प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र व एफ एल एन लोगोयुक्त बैग प्रदान किए गए।उक्त अवसर पर अभिषेक चौहान, नरेश राणा, गुरुचरण सिंह, शिव सिंह बिष्ट,उर्मिल विश्वकर्मा, नीलकमल, आशीष कुमार, वीरेंद्र सिंह, मुख्तियार सिंह, परमजीत सिंह शाहिद 40 शिक्षक उपस्थित रहे।

