एफएनएन, रुद्रपुर : संभावनाएं सही साबित हुईं। भाजपा नेता और जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार के पति सुरेश गंगवार ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। यशपाल आर्य के भाजपा में शामिल होने के बाद संभावनाएं जताई जा रही थीं कि वह अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। संभावना सही साबित हुई। आज उन्होंने अपना त्यागपत्र पार्टी हाईकमान को भेज दिया। सुरेश गंगवार ने भाजपा की नीतियों और नीतियों पर प्रहार बोला है। अपने इस्तीफे में उन्होंने भाजपा की नीतियां और नीतियों के विरोध में इस्तीफा देने की बात कही है।
आपको बता दें कि सुरेश गंगवार श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की केंद्रीय सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं। उन्होंने इस सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।आपको बता दें कि सुरेश गंगवार ने सितारगंज से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, लेकिन कांग्रेस भी उन पर कितना भरोसा कर पाएगी यह कहना मुश्किल है। बताते चलें कि सुरेश गंगवार 2012 के विधानसभा चुनाव में बुरी तरह पराजित हो चुके हैं। इसके बाद इस बार फिर चुनाव लड़ने का दम भर रहे हैं। हालांकि कांग्रेस के टिकट पर पूर्व विधायक नारायण पाल, नव तेजपाल, मालती विश्वास, सरीखे नाम प्रमुखता में हैं। ऐसे में सुरेश गंगवार को टिकट मिल पाएगा या नहीं, यह कहना मुश्किल है। आम आदमी पार्टी ही सुरेश का सहारा बन सकती है।
उस पर भी सितारगंज से कई लोग दावेदारी कर रहे हैं। आपको बता दें कि उत्तराखंड गठन के बाद से ही जिला पंचायत पर गंगवार परिवार का कब्जा रहा है। उनकी माता सुशीला गंगवार दो बार अध्यक्ष, जबकि पिता ईश्वरी प्रसाद गंगवार एक बार अध्यक्ष रह चुके हैं। इस बार सुरेश गंगवार की पत्नी रेनू गंगवार जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। बढ़ा सवाल यह भी है कि जिस तरह वह कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए और अब कांग्रेस में वापसी के पुनः प्रयास कर रहे हैं, ऐसे में पार्टी उनको कितनी तवज्जो देती है यह देखना होगा।