- भाजपा से नहीं, विधायक से है लोगों की नाराजगी, आखिर कैसे पैठ बनाएंगे शुक्ला
एफएनएन, रुद्रपुर : दो बार के विधायक राजेश शुक्ला से इस बार भाजपा के परंपरागत वोटरों की भी नाराजगी दिख रही है। वे लोग जो नरेंद्र मोदी और योगी के नाम पर वोटिंग करते थे वह भी इस बार भाजपा से दूरी बनाते देख रहे हैं। बड़ा सवाल यह है कि आखिर चुनाव तक राजेश शुक्ला इस वोट को कैसे मैनेज करेंगे ?
भाजपा विधायक राजेश शुक्ला पिछले चुनाव में हरीश रावत से 2000 से अधिक वोटों से चुनाव जीते थे। उस वक्त मामला बाहरी होने के साथ ही मोदी और योगी बड़ा फैक्टर थे। मोदी लहर में वह प्रत्याशी की जीत गए जिनकी दूर-दूर तक कोई उम्मीद नहीं थी। इस बार स्थिति काफी संघर्षपूर्ण दिखाई देती है। पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़ से शुक्ला का सामना है और तिलक राज बेहड़ किच्छा विधानसभा से चार बार विधायक रहे हैं। उनकी इस क्षेत्र में खासी पकड़ है और वह मूल रूप से इसी विधानसभा के मलता गांव के रहने वाले हैं। इसके साथ ही पिछले चुनाव जैसी मोदी लहर भी दिखाई नहीं दे रही है। बेहड़ मजबूत प्रत्याशी के रूप में उभरे हैं और उनको सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है। हालांकि राजेश शुक्ला का भी दावा है कि वह पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार मजबूती से जीतेंगे।
लेकिन उनके साथ बड़ी समस्या वोटरों से उनकी नाराजगी को लेकर है। पार्टी के तमाम लोग भी उन्हें चुनाव नहीं लड़ा रहे हालांकि यह स्थिति अंदर खाने कांग्रेस की भी है लेकिन शुक्ला से जुड़ा है पार्टी का कैडर वोट बैंक, जो इस बार कि सरकता हुआ दिखाई दे रहा है। अब बड़ा सवाल यह है कि शुक्ला कैसे इस वोट को बचाने में कामयाब रहेंगे। क्योंकि इस बार अभी तक न मोदी का कोई कार्यक्रम है और न ही योगी का, तो ऐसे में भाजपा का किला बचाने में राजेश शुक्ला किस तरह कामयाब होंगे ?