एफएनएन, देहरादून : उत्तराखंड में लगातार बारिश का दौर जारी है। आगामी 24 अगस्त तक भारी बारिश की संभावना को देखते हुए प्रदेश में ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन से सड़कें बंद हो रही हैं। वहीं कुमाऊं के पिथौरागढ़ में सीजन का पहला हिमपात हुआ। चमोली में अभी भी पिछले सात दिन से रास्ता अवरुद्ध होने के कारण करीब 400 लोग फंसे हुए हैं। वहीं, दिल्ली एनसीआर में इस बार बारिश के सारे रिकॉर्ड टूट गए। सड़कें तालाब बन गई। लोगों की मुसीबत भी बढ़ गई है।उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में अच्छी बारिश हो रही है। पिथौरागढ़ जिले में राजरंभा, पंचाचूली सहित अन्य ऊंची चोटियों पर मौसम का पहला हिमपात दर्ज हुआ है। इससे मुनस्यारी सहित आसपास के क्षेत्रों में ठंड महसूस की जा रही है। आमतौर पर प्रदेश में मानसून सीजन में जून से मध्य अगस्त तक हिमपात नहीं होता है। इस बार कुमाऊं परिक्षेत्र में हो रही अच्छी बारिश के कारण तापमान सामान्य से कुछ नीचे बना हुआ है, जिससे हिमपात के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनी हैं। उधर, चमोली जिले में मलारी-गोपेश्वर हाईवे पर 400 नागरिक सात दिन से फंसे हुए हैं। उनके रेस्क्यू के तमाम प्रयास विफल साबित हो रहे हैं। कुमाऊं के पर्वतीय जिलों पिथौरागढ़, चंपावत व बागेश्वर में गुरुवार रात से जोरदार बारिश हो रही है। पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी, धारचूला और बेरीनाग में बादल खूब बरसे। भारी बारिश से मुनस्यारी तहसील को जोड़ने वाले दोनों मार्ग बंद हो गए हैं। मुनस्यारी तहसील अलग-थलग पड़ी है। मौसम विभाग ने 24 अगस्त तक उत्तराखंड में भारी बारिश का ओरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान पर्वतीय क्षेत्र में चट्टान दरकने और भूस्खलन, रास्ते अवरुद्ध होने की संभावना जताई गई है। वहीं, नदी नालों का प्रवाह बढ़ने और मैदानी क्षेत्र में जलभराव की संभावना जताई गई है। आज यानी 20 अगस्त और कल 21 अगस्त को राज्य में कहीं कहीं तेज बौछार के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। साथ ही आकाशीय बिजली चमकने और गर्जन के साथ बारिश होगी।