मुकेश तिवारी, बरेली
कोरोना संक्रमण के बीच महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में एक असिस्टेंट प्रोफेसर समेत सात कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। आईवीआरआई से मिली उनकी जांच रिपोर्ट के बाद हड़कंप मच गया है। कुलपति के निर्देश पर आनन-फानन में विश्वविद्यालय को आगामी 24 जुलाई तक बंद कर दिया गया है। संक्रमित कर्मचारियों की ट्रैवल हिस्ट्री का पता लगाया जा रहा है।
15 जुलाई को हुई थी जांच
बता दे बरेली में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। अब तक 28 लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच विश्व विद्यालय प्रशासन ने शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की जांच कराई थी, जिनमें ओपी मिश्रा, रामसेवक यादव, गौरव मिश्रा, सुधांशु कुमार, मानव शुक्ला, दीपचंद, व डॉ राम बाबू पॉजिटिव मिले हैं। इन सभी की जांच 15 जुलाई को कराई गई थी। संक्रमण के दृष्टिगत कुलपति ने कर्मचारियों को आवश्यक कार्य घर से या फिर प्रशासनिक भवन से संपादित करने के निर्देश दिए हैं। बता दे कि 14 जुलाई को कुलपति कार्यालय का भी एक कर्मचारी कोरोना संक्रमित निकला था जिसके बाद विश्वविद्यालय को 17 जुलाई तक के लिए बंद कर दिया गया था। इसके बाद ही अन्य कर्मचारियों की जांच कराई गई थी।
हॉटस्पॉट न बनाया तो बढ़ सकते हैं मामले
7 कर्मचारी कोरोना संक्रमित मिलने के बाद भी प्रशासन ने विश्वविद्यालय को हॉटस्पॉट नहीं बनाया है। बताते हैं कुलपति की सूचना पर एंबुलेंस विश्वविद्यालय पहुंची और सिर्फ एक ही कर्मचारी को साथ ले जा सकी। कर्मचारियों का कहना है कि यदि विश्वविद्यालय को हॉटस्पॉट न बनाया गया तो और मामले भी सामने आ सकते हैं।