एफएनएन, रुद्रपुर : दिनदहाड़े गोलियां चलाने वाला रहीसजादा दीपक जैन 24 घंटे बाद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर का कहना है कि दीपक जैन के खिलाफ अब पुलिस गुंडा एक्ट के तहत भी कार्रवाई करेगी। इसके साथ ही ट्रांसपोर्टर गोलीकांड में दीपक जैन और उसके परिजनों की जमानत याचिका खारिज करने की संस्तुति रिपोर्ट भी जल्द न्यायालय में प्रेषित की जाएगी। एसएसपी के अनुसार यह भी पता चला है कि दीपक जैन ने अपने पिता जयचंद जैन की लाइसेंसी रिवाल्वर से गोलीकांड को अंजाम दिया है, इसलिए इस पूरे मामले में आरोपी के पिता जयचंद जैन के खिलाफ भी पुलिस मुकदमा दर्ज करेगी। आपको बता दें कि कल सोमवार को दीपक जैन ने ग्राम बागवाला स्थित अपने फार्म हाउस पर किराए पर रहने वाले बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी गरीब परिवार की 4 साल की बच्ची सहित दो लोगो को गोली मारकर घायल कर दिया था।दीपक जैन मौके से फरार हो गया था। आपको बता दें कि वर्ष 2007 में जयचंद जैन के बेटे दीपक जैन का नाम रुद्रपुर के एक चर्चित अश्लील क्लिपिंग कांड में आने के बाद दीपक और उसके भाई चिराग जैन को जेल की हवा खानी पड़ी थी। वर्ष 2012 में दीपक जैन ने फिर एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया। रुद्रपुर के नामी ट्रांसपोर्ट नरेश बब्बर को उनके होटल ‘अरोमा क्लासिक’ में गोली मारकर घायल कर दिया था, जिसके बाद दीपक जैन चिराग जैन और उनके पिता जयचंद जैन को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
न्यायालय ने ट्रांसपोर्टर नरेश बब्बर पर किए गए जानलेवा हमले के मामले में लंबी सुनवाई के बाद जयचंद जैन,जैन के बेटे दीपक और चिराग जैन को 10-10 साल की सजा सुनाई थी। दरअसल दीपक जैन ने अपने पिता जयचंद जैन की लाइसेंसी रिवाल्वर से ट्रांसपोर्टर नरेश बब्बर को गोली मारी थी इसलिए जयचंद जैन को भी इस पूरे मामले में कोर्ट ने सजा सुनाई गई थी। सजा पाने के बाद पेरोल पर रिहा दीपक जैन द्वारा एक बार फिर गोलीकांड की बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद से नरेश बब्बर परिवार भी दहशत में है।