
एफएनएन विदेश ब्यूरो, तेल अवीब-इस्राइल। 7 अक्तूबर 2023 को हमास के हमले के साथ शुरू हुए इस्राइल और हमास के बीच विनाशकारी युद्ध में अस्थायी युद्धविराम हो गया है। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फ्रांस और अमेरिका की मध्यस्थता में लेबनान के साथ हुए युद्धविराम के इस बहु प्रतीक्षित समझौते पर अपनी मंजूरी की मुहर लगा दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने युद्धविराम समझौते का स्वागत करते हुए इसे अच्छी खबर बताया है।

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार शाम तेल अवीव में अपनी वॉर कैबिनेट की बुलाई। इसमें लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के साथ 60 दिन के युद्धविराम पर चर्चा की गई। इजरायली वॉर कैबिनेट ने लेबनान में हिजबुल्लाह के साथ संघर्षविराम पर सहमति जता दी है। यह समझौता बुधवार को स्थानीय समय अनुसार सुबह 4:00 बजे (0200 GMT) से लागू होगा। इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने घोषणा की कि कैबिनेट ने इस समझौते को मंजूरी दे दी है।

अमेरिका, ब्रिटेन और कई देशों ने समझौते का किया स्वागत
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने समझौता कराने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैकरॉन का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि इस्राइल ने यह युद्ध शुरू नहीं किया लेकिन लेबनानी लोगों ने भी इस युद्ध की मांग नहीं की थी और न ही अमेरिका ने। इसके साथ ही बाइडन ने कहा कि मैंने अपनी टीमों को इस्राइल और लेबनान की सरकारों के साथ मिलकर युद्धविराम समझौते को सतर्कता से लागू करवाने का निर्देश दिया है ताकि इस्राइल और हिज़्बुल्लाह के बीच संघर्ष को समाप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह अस्थायी युद्ध विराम समझौता बुधवार सुबह 4 बजे (स्थानीय समय) से प्रभावी होगा। समझौते के बाद लेबनान और इज़राइली सीमा पर लड़ाई समाप्त होने की उम्मीद है।

ज्ञात रहे कि इस्राइल और हिजबुल्ला की खूनी जंग में लेबनान में 3750 से अधिक लोग मारे गए हैं और 10 लाख से अधिक लोगों को अपने घरों से बेघर होना पड़ा है। ब्रिटेन, भारत और कई अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने भी समझौते को विश्वशांति की दिशा में अच्छा कदम बताया है।
नेतन्याहू ने भी अमेरिका का जताया आभार लेकिन चेताया भी
इस्राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार शाम अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से टेलीफोन पर बात की और अमेरिका की भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही साफ किया कि अप्रत्याशित परिस्थितियां पैदा होने पर इजराइल समझौते के बीच कार्रवाई की स्वतंत्रता बनाए रखेगा। चेतावनी भी दी कि समझौते का उल्लंघन हुआ तो इस्राइली सेना जवाबी हमलों के लिए स्वतंत्र होगी।