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- किच्छा विधायक विश्वविद्यालय की भूमि पर ही एयरपोर्ट बनवाने पर अड़े
जबकि काशीपुर एमएल चीमा फसले को खेेती और किसान विरोधी माानते हैैं
- किच्छा विधायक विश्वविद्यालय की भूमि पर ही एयरपोर्ट बनवाने पर अड़े
एफएनएन,काशीपुर: पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय की भूमि एयरपोर्ट निर्माण के लिए दिए जाने के मामले में भाजपा के दो विधायक आमने-सामने आ गए हैं। किच्छा के विधायक हर हाल में पंतनगर विश्वविद्यालय की भूमि पर ही एयरपोर्ट बनवाने की जिद पर अड़े हैं, वहीं भाजपा के काशीपुर के विधायक हरभजन सिंह चीमा ने इसे गलत फैसला बताया है।
काशीपुर के भाजपा विधायक श्री चीमा ने एयरपोर्ट के लिए पंतनगर कृषि विश्विद्यालय की भूमि का अधिग्रहण करने को कृषकों व कृषि हित में पूरी तरह अनुचित बताया है। रामनगर रोड स्थित अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान विधायक चीमा ने कहा कि देश के कृषि विश्वविद्यालयों की अनाज उत्पादन में वृद्धि की दिशा में अहम भूमिका है। ऐसे में अगर हम इन विश्वविद्यालयों की भूमि ले लेंगे तो इसका खाद्य उत्पादन पर बुरा असर पड़ेगा। इससे पहले भी कृषि विश्वविद्यालयों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
श्री चीमा ने कहा कि एयरपोर्ट के लिए पंतनगर विश्वविद्यालय की भूमि नहीं ली जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि रामनगर रोड स्थित नेपा (अब सिडकुल) की आठ सौ एकड़ से अधिक भूमि पर उत्तराखंड हाईकोर्ट को स्थानांतरित किया जाना चाहिए। बताया कि वे पहले भी यह मांग कर चुके हैं। धान खरीद का सरकारी एजेंसियों द्वारा भुगतान अब तक न किये जाने पर विधायक ने कहा कि 55 हजार कुंतल धान सरकार के गोदामों में जा चुका है, लेकिन भुगतान नहीं हो पाया। विधायक चीमा ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान केबिनेट मंत्री धन सिंह रावत को मामले से अवगत कराया भी था। रावत ने अधिकारियों से जानकारी ली । विधायक चीमा ने केबिनेट मंत्री से तत्काल भुगतान के लिए अनुरोध किया लेकिन मुख्यमंत्री के अस्वस्थ होने के कारण यह भुगतान तत्काल संभव नहीं है।
मुख्यमंत्री के स्वस्थ होते ही विधायक स्वयं मुख्यमंत्री से मिलकर किसानों के धान का भुगतान शीघ्र कराने के लिए हरसंभव प्रयत्न करेंगे। वहीं आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर श्री चीमा ने कहा कि हाईकमान के हर आदेश का वह पालन करेंगे।