Sunday, July 13, 2025
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पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर बनें फील्ड मार्शल, शहबाज सरकार ने दिया हार का इनाम

एफएनएन, इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को देश के सर्वोच्च सैन्य पद फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया है। सीओएएस जनरल असीम मुनीर पाकिस्तान के इतिहास में दूसरे फील्ड मार्शल बन गए हैं। इससे पहले अयूब खान 1959-1967 के बीच इस पद पर थे। जनरल मुनीर को यह पद भारतीय सेना के हाथों करारी हार के बाद दिया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि शहबाज सरकार ने सेना का टूटा हुआ हौसला बनाने के लिए मुनीर को सम्मानित करने का फैसला किया है।

पाकिस्तान ने वायुसेना प्रमुख का कार्यकाल भी बढ़ाया

पाकिस्तान सरकार ने इसके अलावा वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल जहीर अहमद बाबर सिद्धू की सेवा अवधि भारत के साथ संघर्ष के दौरान उनके योगदान के लिए सर्वसम्मति से बढ़ा दी गई है। भारत के साथ हाल के झड़पों में सबसे ज्यादा नुकसान पाकिस्तानी वायुसेना को ही हुआ है। भारत ने पाकिस्तान के 11 वायुसेना अड्डों पर सटीक हमले किए थे। इन हमलों में पाकिस्तानी वायुसेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा था।

आसिम मुनीर का कर्ज उतार रहे शहबाज

माना जा रहा है कि शहबाज शरीफ फील्ड मार्शल का पद देकर आसिम मुनीर के पुराने अहसानों की भरपाई कर रहे हैं। दरअसल, आसिम मुनीर ने ही इस साल फरवरी में हुए आम चुनावों में शहबाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज को जीत दिलवाई थी। पाकिस्तान के चुनावों में सेना के हस्तक्षेप पर बड़े पैमाने पर सवाल भी उठे थे। इतना ही नहीं, आसिम मुनीर ने ही शहबाज के रास्ते का सबसे बड़ा कांटा इमरान खान को हटाया था।

आसिम मुनीर के साथ पाकिस्तान सरकार

आसिम मुनीर भारत के हमलों को रोकने में नाकाम रहने के कारण विरोधियों के निशाने पर हैं। पूरे पाकिस्तान में आसिम मुनीर के खिलाफ एक विरोध की लहर है। पाकिस्तान के आम लोग आसिम मुनीर को सेना प्रमुख के पद से हटाने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में शहबाज शरीफ ने फील्ड मार्शल का पद देकर यह दिखा दिया है कि पाकिस्तान सरकार आसिम मुनीर के साथ मजबूती से खड़ी है।

आसिम-शहबाज का पंजाबी कनेक्शन

पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर और शहबाज शरीफ दोनों पंजाब से आते हैं। पाकिस्तान के हर सरकारी क्षेत्र में इसी सूबे के लोगों का दबदबा है। इस कारण कई बार पाकिस्तान में विद्रोह जैसे हालात भी बने हैं। इसके बावजूद पंजाब सूबे के लोग सरकारी क्षेत्र में वर्चस्व जमाए हुए हैं।

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