एफएनएन, रुद्रपुर : पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तिलक राज बेहड़ ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार किसानों के हितों पर कुठाराघात कर रही है।किसान विरोधी तीनो बिल इसी का परिणाम हैं, जिनके जरिए सरकार किसानों को खोखला करने पर तुली है। उन्होंने ऐसी सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकने का जनता से आह्वान किया। बेहड़ आज अपने आवास पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। सोमवार को रुद्रपुर में होने वाली किसान महापंचायत को उन्होंने पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की, साथ ही यह भी कहा कि किसान हित में जो भी हो सकेगा, वह करेंगे। बेहड़ ने कहा कि अपने कार्यकाल में डबल इंजन की सरकार ने लोगों को परेशान करने का काम ही किया है। बात नोटबंदी की हो या फिर महंगाई की, आम आदमी की कमर टूट गई है। कोरोना ने पहले ही आम आदमी को कहीं का नहीं छोड़ा है, ऐसे में महंगाई पर नियंत्रण न हो पाना भी सरकार की विफलता है। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी तीनों काले कानून सरकार को हर हाल में वापस लेने होंगे, ऐसा नहीं हुआ तो कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ अंत तक खड़ी है।
बैठक में बनी महापंचायत की रणनीति
पत्रकार वार्ता से पहले बेहड़ ने कार्यकर्ताओं की बैठक ली और कहा कि भाजपा की सरकार किसानों का उत्पीड़न कर रही है। पिछले 3 माह से किसान आंदोलित हैं लेकिन केंद्र सरकार के कानों में जूं नहीं रेंग रही ।कई किसानों ने अपनी जान गंवा दी ,जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। बेहड़ ने कहा कि केंद्र सरकार ने कृषि कानून बनाकर किसानों को अपमान किया है, जो कानून लागू किए हैं वह किसान विरोधी है। सरकार तत्काल कानून वापस ले और एमएसपी पर कानून बनाकर किसानों को राहत दे। महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को मजबूती के साथ किसानों के साथ खड़े होने की आवश्यकता है। जिस तरह से भाजपा किसान विरोधी फैसले ले रही है उसका मुंहतोड़ जवाब देने का समय आ गया है। इस दौरान कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां भी सौंपी गई। बैठक में यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्र भुल्लर, पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा, राजेंद्र बांगा काली, अरुण पांडे, अनिल शर्मा, राजीव कामरा, विजय अरोरा, मोनू निशाद ,रमेश कालड़ा, अमल मिस्त्री, नित्यानंद मंडल ,नव कुमार साना, आनंद शर्मा ,कांता प्रसाद ,अमित मिश्रा, मोहन कुमार, कैलाश राठौर, राजेश कुमार ,विकास मलिक, रंजीत तिवारी ,विनोद ,रवि कठेरिया ,परवेज कुरेशी, इमरान अंसारी ,मोनू गुप्ता, प्रदीप यादव आदि मौजूद थे।