एफएनएन, दिल्ली : अब वृद्धाआश्रम में कोरोना का हमला हुआ। यहां 67 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। इस इनमें भी 62 लोग ऐसे हैं, जो कोरोना की दोनों वैक्सीन लगा चुके थे। ये मामला महाराष्ट्र का है। कुछ ही दिन पहले कर्नाटक में मेडिकल कॉलेज और उसके अस्पताल में पौने तीन सौ से अधिक छात्र और स्टाफ कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इन्हें भी कोरोना वैक्सीन की दो डोज लगी थी। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित पाए गए सभी लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहां पर उनका इलाज किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमित पाए गए 67 लोगों में से 5 स्टाफ के सदस्य हैं। अन्य सभी 62 कोरोना संक्रमितों की आयु 60 साल से अधिक है। इन सभी को ठाणे जिले के एक सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वृद्धाश्रम में इतने कोरोना केस आने के बाद इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।
- एक की हालत है गंभीर
वृद्धाश्रम में रहने वाला एक व्यक्ति शुक्रवार को कोरोना संक्रमित पाया गया था। इसके बाद शनिवार को सरकारी डॉक्टरों की एक टीम ने भिवंडी के सोरगांव गांव में स्थित मातोश्री वृद्धाश्रम का दौरा किया था। यहां पर रह रहे 109 लोगों का परीक्षण किया गया था। इसमें अधिकतर कोरोना संक्रमित पाए गए। कुल संक्रमितों में से एक की हालत खराब बताई जा रही है। उन्हें आईसीयू में भर्ती किया है। वहीं सभी 67 रोगियों में 30 रोगी एसिम्प्टोमैटिक हैं।
- 62 लोगों का हुआ है पूर्ण टीकाकरण
जिन 67 लोगों को कोरोना संक्रमित पाया गया है। उनमें से 62 मरीज ऐसे हैं, जिनका पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। ठाणे जिले में हाल के महीनों में पहली बार इतनी संख्या में कोरोना संक्रमित केस पाए गए हैं। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इस इलाके को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है। वहीं 15 मरीजों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं।
- अब भी संभल जाओ
जिस तरीके से कोरोना का फिर से हमला शुरू हो गया है। इसके लिए राजनीति, सामाजिक, धार्मिक संगठन के लोगों साथ ही आमजन भी जिम्मेदार हैं। कारण ये है कि लोगों ने कोरोना सुरक्षा के उपायों को छोड़ दिया है। राजनीतिक सभाओं में तो न तो नेता ही मास्क लगा रहे हैं और न ही सुनने वाले दर्शक। ऐसे में यदि नियमों का सख्ती से पालन नहीं किया गया तो कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बना रहेगा।