एफ़एनएन, हल्द्वानी : राजधानी दिल्ली की हवा में प्रदूषण की मात्रा लगातार बढ़ रही है। स्थिति नियंत्रित करने के लिए कई तरह के प्रतिबंधों का दौर भी शुरू हो चुका है। ऐसे में अब हल्द्वानी व नैनीताल की हवा और शोर की निगरानी भी शुरू हो गई है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड 15 दिन तक रोज नमूने जुटाएगा। दीपावली के सीजन में हर साल यह परीक्षण किया जाता है। इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा ग्रीन पटाखों का इस्तेमाल करने के लिए जागरूकता अभियान भी चलेगा।
- वायु प्रदूषण का है अंदेशा
दीपावली से कुछ दिन पहले दिल्ली के हालात ने सभी को चौंका दिया है। इस प्रदूषण के तमाम कारण हैं। वहीं, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि हल्द्वानी कुमाऊं का प्रवेशद्वार है। सभी वाहन यहीं से आगे बढ़ते हैं। इसके अलावा नैनीताल की पर्यटन के तौर पर अलग पहचान है। संभावना है कि दिल्ली व आसपास के शहरों से पर्यटकों की संख्या अब तेजी से यहां बढ़ सकती है।
- रखी जाएगी 15 दिन तक निगरानी
वैसे तो हल्द्वानी, नैनीताल या किसी अन्य पर्वतीय शहर की आबोहवा पूरी तरह ठीक है, लेकिन 15 दिन की निगरानी से बोर्ड के पास सटीक आंकड़े होंगे, जो आगे अध्ययन के लिए काम आएंगे।
- हवा में शामिल कणों के लिए जाएंगे नमूने
पीसीबी के क्षेत्रीय प्रबंधक डीके जोशी ने बताया कि शनिवार से अभियान शुरू कर दिया गया है। हल्द्वानी में जल संस्थान के पास से हवा में शामिल कणों के नमूने लिए जाएंगे, जबकि नैनीताल में नगर पालिका के भवन पर यह मशीन लगी है। वहीं, ध्वनि प्रदूषण जांचने के हैंडी मशीन का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे एक से दूसरी जगह ले जाया जाएगा।
अप्रैल से जुलाई की स्थिति वायु प्रदूषण
- माह – हल्द्वानी – नैनीताल
- अप्रैल – 117.01 – 53.95
- मई – 118.05 – 64.08
- जून – 111.02 – 65.08
- जुलाई – 109.53 – 59.37