मुकेश तिवारी, बरेली : हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर को धर्म संसद का आयोजन किया गया था। जिसमें उपस्थित साधु- संतो ने मुस्लिम समाज के खिलाफ जमकर भड़काऊ भाषण दिया गया। इसके अलावा महात्मा गांधी के खिलाफ भी टिप्पणी की गई। इसको लेकर मुस्लिम समुदाय में भी नाराजगी है। वहीं इसके जवाब में बरेली जिले के इस्लामिया इंटर कॉलेज के मैदान में मुस्लिम धर्म संसद आयोजित की गई। इसका आयोजन आईएमसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रज़ा खां ने किया। इसमें हजारों की संख्या में आईएमसी के समर्थक शामिल हुए।
मुस्लिम धर्म संसद को मौलाना तौकीर रजा खां ने सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में मुस्लिम समाज को लेकर जो बयानबाजी हुई है वह भारतीय संविधान के विरुद्ध है और इस तरह की भड़काऊ भाषण देने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएं और इन लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की जाएं। मुस्लिम धर्म संसद की खास बात यह रही कि कोरोना प्रोटोकॉल का जमकर धज्जियां उड़ाई गई। यहां आने वाले लोगों ने न तो मास्क पहने हुए थे और न ही सामाजिक दूरी का कोई पालन करते दिखाई दिए। पुलिस मूकदर्शक बनी रही।