Sunday, June 8, 2025
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Homeराज्यउत्तराखंडमेडिकल कॉलेज में हंगामा, अफसरों को घेरा

मेडिकल कॉलेज में हंगामा, अफसरों को घेरा

  • वेदपाल की मौत से आहत परिजनों ने डॉक्टर पर लगाए गंभीर आरोप

एफएनएन, रुद्रपुर : लापरवाही के चलते शिवनगर निवासी वेदपाल की मौत से आहत परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में जमकर हंगामा किया और सीएमओ को खरी खोटी सुनाई। मौके की नजाकत को देखते हुए भारी पुलिस बल बुला लिया गया। इसके बाद स्थिति नियंत्रण में आ सकी।
आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते शिवनगर रुद्रपुर निवासी 45 वर्षीय वेदपाल की मंगलवार को मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी। परिजनों ने डॉ गौरव अग्रवाल पर लापरवाही का आरोप लगाया था, साथ ही उनका यह भी कहना था कि वेदपाल कोरोना संक्रमित नहीं थे, इसके बावजूद उन्हें कोरोना वार्ड में रखा गया। अगर ऐसा था तो फिर उन्हें शव क्यों सुपुर्द कर दिया गया। इसके साथ ही उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर लीक होने और ऑक्सीजन देने में लापरवाही का आरोप भी लगाया।आज सुबह बड़ी संख्या में परिवार वाले मेडिकल कॉलेज पहुंच गए और हंगामा किया। सूचना पर एडीएम जगदीश कांडपाल, एसडीएम विवेक मिश्रा और सीओ अमित कुमार मौके पर पहुंच गए और परिजनों को समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। इस बीच सीएमओ को परिवार वालों ने जमकर खरी-खोटी सुनाई और इस मामले में कार्रवाई की मांग की। स्थिति को देखते हुए मौके पर भारी फोर्स बुला लिया गया।इस बीच डॉ गौरव अग्रवाल को पिछले गेट से पुलिस टीम ने बाहर निकाल दिया। बाद में परिजन चले गए।

खुशी का माहौल गम में बदला

वेदपाल की पुत्री का 7 मई को विवाह है। घर में विवाह की तैयारियां चल रही थी। इस बीच वेदपाल को सांस लेने में दिक्कत हुई तो परिवार वाले उन्हें मेडिकल कॉलेज ले आए लेकिन उन्हें क्या पता था यहां से उन्हें रुसवाई मिलेगी।

मॉनिटरिंग टीम का सीएमओ ने नहीं उठाया फोन, नाराजगी

कोविड केयर सेंटरों की निगरानी के लिए हाईकोर्ट की ओर से प्रदेश भर के 13 जिलों में जिला स्तर पर गठित की गई मॉनीटरिंग कमेटी को आज काफी निराशा झेलनी पड़ी। कमेटी के सदस्य सिविल जज सीनियर डिविजन अविनाश श्रीवास्तव और बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिवाकर पांडे आज औचक निरीक्षण के तहत मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो उन्हें स्वास्थ्य विभाग का कोई अधिकारी नहीं मिला। सीएमओ ने उनका फोन नहीं उठाया तो डॉ अविनाश खन्ना भी संतुष्ट जवाब नहीं दे सके। टीम ने यहां मृतकों के परिवार वालों का गुस्सा देखा और दुख दर्द सुना। कमेटी ने इस बात पर नाराजगी जताई कि कोबिड सेंटर में अव्यवस्थाओं का बड़ा आलम है। मरीजों और उनके तीमारदारों की सुनवाई नहीं हो रही। ऐसे में उन्होंने हाईकोर्ट को पूरी रिपोर्ट से अवगत कराने की बात भी कही।

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