कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर मंच पर नजर आए कांग्रेसी पार्षद मोहन खेड़ा
एफएनएन, रुद्रपुर : ओमेक्स सोसायटी के पास अंडरपास के उद्घाटन मौके पर भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं की गैर मौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही। सूत्रों की मानें तो गुटबाजी के चलते इन नेताओं को कार्यक्रम में आमंत्रित ही नहीं किया गया था। वहीं कोर्ट के स्पष्ट आदेश के बावजूद कांग्रेसी पार्षद मोहन खेड़ा मंच पर बैठे दिखाई दिए।
ओमेक्स के पास अंडरपास के निर्माण में भाजपा की गुटबाजी टॉप पर नजर आई। पहले अंडरपास का ओमेक्स के लोगों ने विरोध किया और फिर भाजपा में इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई। निवर्तमान मेयर रामपाल सिंह और वरिष्ठ नेता अनिल चौहान अंडरपास का नवरात्र में कन्या के हाथ से नारियल फोड़कर उद्घाटन पहले ही कर चुके हैं, ऐसे में अंडरपास का काम रुकने के बाद अब दोबारा इसका उद्घाटन सांसद अजय भट्ट ने किया। विधायक शिव अरोरा, भाजपा प्रदेश मंत्री विकास शर्मा समेत तमाम नेता यहां पर मौजूद थे लेकिन निवर्तमान मेयर रामपाल सिंह, वरिष्ठ नेता अनिल चौहान, अंडरपास के लिए लंबा संघर्ष करने वाले ठाकुर जगदीश सिंह समेत तमाम नेताओं की गैर मौजूदगी यहां चर्चा का विषय बनी रही। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्षद मोहन खेड़ा का मंच पर नजर आना भी चर्चा बना रहा। ऐसा इसलिए क्योंकि जिस जगह यह कार्यक्रम आयोजित किया गया, वह उस शराब की दुकान से मात्र 5 मीटर की दूरी पर था, जिसको लेकर कोर्ट ने मोहन खेड़ा और उनके रिश्तेदारों व मित्रों को 500 मीटर तक नजर न आने के आदेश दिए थे। आपको बता दें कि मोहन खेड़ा शराब की इस दुकान का विरोध कर रहे थे, इसको लेकर कोर्ट ने ऐसी सख्त टिप्पणी के साथ आदेश जारी किए थे।
कुल मिलाकर अंडरपास को लेकर उद्घाटन सुर्खियां बटोरता रहा कि आखिर भाजपा के कुछ नेताओं ने क्यों दूरी बना ली। वहीं दूसरी तरफ वरिष्ठ नेताओं को कार्यक्रम में आमंत्रित न किए जाने की भी चर्चा खूब रही।