एफएनएन, लखनऊ: महिला एवं परिवार कल्याण महानिदेशालय को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले मद्रास टाइगर्स के बारे में कमिश्नरेट पुलिस के साथ खुफिया एजेंसियां भी जानकारी जुटा रही है। शुरूआती जांच में सामने आया कि इस गिरोह ने ई-मेल के माध्यम से कई सरकारी विभागों को बम से उड़ाने की धमकी भरे मैसेज भेजे हैं। दो दिन पहले फरीदाबाद के लघु सचिवालय और गुवाहाटी हाईकोर्ट को उड़ाने की धमकी दी गई थी। दोनों स्थानों पर जांच में कुछ नहीं मिला। वहीं, पुलिस ने जी-मेलऔर हॉट-मेल को साइबर क्राइम सेल ने दो और रिमाइंडर भेजा है।
डीसीपी पश्चिमी विश्वजीत श्रीवास्तव के मुताबिक लखनऊ की साइबर क्राइम सेल, पुलिस व सर्विलांस की टीम को आईपी एड्रेस की मदद से ईमेल भेजने वालों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए लगाया गया है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ईमेल कहां से भेजी गई है। लोकेशन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इंस्पेक्टर साइबर क्राइम सेल रत्नेश सिंह के मुताबिक कंपनी द्वारा जवाब आने पर ही पता चलेगा कि धमकी भरा मेल भेजने वाले की लोकेशन क्या थी? उसने किस नेटवर्क का प्रयोग किया था? अथवा मेल कहां से आया था? इसके अलावा अन्य बिंदुओं की तफ्तीश की जा रही है।
हालांकि जो भी साक्ष्य जांच में मिलेंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। रविवार सुबह महिला एवं परिवार कल्याण की डीजी के मेल पर महानिदेशालय को बम से उड़ाने की धमकी भरा मेल आया था। इसके बाद पूरा दफ्तर खाली करवाकर बम निरोधक दस्ते ने चेकिंग की थी। हालांकि कोई भी संदिग्ध वस्तु जांच में नहीं मिली थी। पुलिस ने वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) का इस्तेमाल कर धमकी भरा मेल भेजे जाने की आशंका जताई है। वहीं इंस्पेक्टर वजीरगंज राजेश त्रिपाठी के मुताबिक धमकी देने वालों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।