- गुरुवार रात 11.46 बजे 4.2 तीव्रता का आया भूकंप, अलवर में पांच किमी गहराई में था केंंद्रित
एफएनएन, नई दिल्ली: राजस्थान के अलवर जिले में बृहस्पतिवार रात मध्यम तीव्रता का भूंकप आया जिसके झटके दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के इलाकों में भी महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि रात 11.46 बजे आए भूकंप की तीव्रता 4.2 थी जो अलवर में पांच किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था।
वहीं, उत्तर पूर्वी भारत में भी रात के समय मणिपुर के लोगों ने धरती में कंपन दर्ज किया गया। इससे पहले गुरुवार सुबह के समय राजस्थान के सीकर इलाके में भी भूकंप के हल्के झटके लगे। खास बात यह है कि तीनों ही जगह भूकंप का केंद्र स्थानीय स्तर पर ही रहा। दिल्ली और उससे सटे एनसीआर के जिलों में रात करीब 11.45 बजे अचानक कंपन महसूस कर लोग घरों से बाहर निकल आए। प्राप्त जानकारी के अनुसार, रिक्टर स्केल पर करीब 4.2 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र हरियाणा के गुरुग्राम से 48 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में था।
मणिपुर, राजस्थान में भी भूकंप से फैली दहशत
मणिपुर के मोइरंग क्षेत्र में भी रात करीब 10.03 बजे लोगों ने भूकंप महसूस किया। इसकी तीव्रता करीब 3.2 आंकी गई और इसका केंद्र मोइरंग से 38 किलोमीटर दूर दक्षिण में सतह से 36 किलोमीटर नीचे था।
राजस्थान के सीकर में गुरुवार सुबह करीब 11.26 बजे आए 3.0 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र रींगस के आसपास जमीन से लगभग 5 किलोमीटर नीचे रहा। कहीं पर भी भूकंप से जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।
दिल्ली-एनसीआर में ठंड के बावजूद घरों से निकल आए लोग
दिल्ली और आसपास इलाकों में कई लोग ठंड के बावजूद रात को घरों से बाहर भागे। मुश्किल से यह सब कुछ सेकंड तक ही चला। हालांकि, भूकंप का केंद्र और भूकंप की तीव्रता तुरंत ज्ञात नहीं थी।
मालूम हो कि दिल्ली-एनसीआर का समूचा क्षेत्र भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है।इससे पहले दिन में, रिक्टर पैमाने पर 3.0 तीव्रता का भूकंप गुरुवार को जयपुर में आया था। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, जयपुर के पश्चिम में 64 किलोमीटर दूर, सुबह 11 बजे के आसपास भूकंप के झटके महसूस किए गए। “भूकंप का क्षेत्र: 3.0, 17-12-2020, 11:26:01 IST, लाट: 27.40 और दीर्घ: 75.43, गहराई: 5 किमी, स्थान: 64km का जयपुर, राजस्थान, भारत, पर हुआ।”
पांच भूकंपीय क्षेत्रों में दिल्ली चौथे नंबर पर
मालूम हो कि पांच भूकंपीय क्षेत्रों में से दिल्ली चौथे सबसे ऊंचे क्षेत्र के अंतर्गत आता है। लेकिन ऐसा बहुत कम होता है कि दिल्ली भूकंप का केंद्र रही हो। हालाँकि, यह भूकंप के झटके महसूस करता है जब एक भूकंप मध्य एशिया या हिमालय पर्वतमाला के क्षेत्रों को हिट करता है, जिसे एक उच्च-भूकंपीय क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। 2004 में राष्ट्रीय राजधानी में 2.8 तीव्रता का भूकंप आया था। 2001 में शहर में 3.4 तीव्रता का एक और भूकंप दर्ज किया गया था।