
एफएनएन, श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में मचैल माता मंदिर के मार्ग पर एक दूरदराज के गांव में गुरुवार को बादल फटने से 15 लोगों की मौत हो गई. यह बादल चशोती में फटा जो मंदिर के मार्ग पर स्थित ऐसा अंतिम गांव है, जहां किसी वाहन से पहुंचा जा सकता है. अधिकारियों का कहना है कि बादल फटने से प्रभावित गांव से 15 शव बरामद किए गए हैं. मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
बादल फटने की घटना उस समय हुई जब श्रद्धालु मचैल इलाके में पूजा-अर्चना के लिए जा रहे थे. इस संबंध में किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज शर्मा ने कहा, “किश्तवाड़ के चशोती इलाके में अचानक बाढ़ आ गई है, जो मचैल माता यात्रा का प्रारंभिक बिंदु है. बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है.” बादल फटने के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की दो टीमों को वहां भेजा गया है.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का बयान
इस बीच केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक्स पर कहा, “अभी-अभी जम्मू-कश्मीर के लोकसभा अध्यक्ष और स्थानीय विधायक सुनील कुमार शर्मा से एक जरूरी संदेश मिलने के बाद किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा से बात की.”
उन्होंने आगे कहा कि चशोती क्षेत्र में भीषण बादल फटने से भारी जनहानि हो सकती है. प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया है और बचाव दल घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है. नुकसान का आकलन किया जा रहा है और आवश्यक बचाव और चिकित्सा प्रबंधन व्यवस्था की जा रही है. मेरे कार्यालय को नियमित अपडेट मिल रहे हैं और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी.

