
एफएनएन, पटना: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन बिहार में चल रही राहुल गांधी-तेजस्वी यादव की “वोटर अधिकार यात्रा” में शामिल होने पटना पहुंचे. जहां वे यात्रा में शामिल हुए. पटना एयरपोर्ट पहुंचने के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी.
सीएम हेमंत सोरेन ने अपना संबोधन झारखंडी जोहार से शुरुआत की. उन्होंने कहा कि मैं आपसे अपील करने आया हूं कि यह वोट किसी पार्टी का वोट नहीं है, यह देश का वोट है. इसी वोट से देश और संविधान को बचाया और तोड़ा जाता है. आज दुर्भाग्य से 2014 में कुछ चालाक लोगों ने धनबल के आधार पर सत्ता हासिल की और तब से जिस तरह इन लोगों ने देश को बर्बाद किया है. अगर हम आज नहीं जागे तो हमें फिर कभी जागने का मौका नहीं मिलेगा.
उन्होंने आगे कहा कि चाहे नोटबंदी की बात हो, या कोरोना काल की, या अलग-अलग प्राकृतिक आपदाओं की, मुझे लगता है कि आजादी के बाद से जितने लोग नहीं मरे हैं, उससे ज्यादा लोग 2014 से अब तक मर चुके हैं, चाहे वह किसान हों, मजदूर हों, आदिवासी, दलित, पिछड़ों के बारे में तो बात ही करना है, उनका सदियों से शोषण होता आया है. जब भी हम एक साथ लड़े हैं, हम विजयी हुए हैं.
गौरतलब है कि 17 अगस्त से बिहार में राहुल गांधी-तेजस्वी यादव की “वोटर अधिकार यात्रा” चल रही है. जिसका आज पटना में समापन है. इस यात्रा में विपक्ष के तमाम बड़े नेता शामिल हुए हैं. इसी कड़ी में झामुमो अध्यक्ष और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल हुए हैं.
उन्होंने आगे कहा था कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इंडिया गठबंधन के एक मजबूत स्तंभ हैं. जब संसद में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की आवाज दबाई गई, तो लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए सड़कों पर उतरकर संघर्ष करना बेहद जरूरी हो गया है. इस मुहिम में झामुमो पूरी ताकत के साथ इंडिया गठबंधन के साथ खड़ा है और आगे भी खड़ा रहेगा.
विनोद पांडे ने आरोप लगाया है कि एसआईआर की प्रक्रिया भाजपा और चुनाव आयोग की मिली-जुली साजिश है. ताकि भाजपा की विचारधारा के खिलाफ वोट देने वालों, खासकर गरीब, पिछड़े, अल्पसंख्यक, दलित, मजदूर, किसान, आदिवासी वर्ग को वोट देने के अधिकार से वंचित किया जा सके. लेकिन भाजपा और चुनाव आयोग की यह साजिश कभी पूरी नहीं होगी क्योंकि बिहार-झारखंड और अब देश के मतदाता जागरूक हो चुके हैं.
उन्होंने कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में जनता इंडिया ब्लॉक के पक्ष में स्पष्ट बहुमत देकर अपना फैसला सुनाएगी, ठीक उसी तरह जैसे 2024 में झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में इंडिया ब्लॉक को आशीर्वाद देकर सत्ता सौंपी गई थी. झामुमो नेता ने कहा कि झारखंड में सत्तारूढ़ झामुमो गठबंधन पहले ही विधानसभा में एसआईआर के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर जनता को अपना संदेश दे चुका है. सदन में हेमंत सोरेन ने इसे लोकतंत्र पर सीधा हमला बताया था. बिहार में भी विपक्ष ने एसआईआर को गरीब मतदाताओं को हाशिए पर धकेलने की साजिश करार दिया है.

