Saturday, October 18, 2025
03
20x12krishanhospitalrudrapur
previous arrow
next arrow
Shadow
HomeChandigarhIPS पूरण कुमार सुसाइड केस: 8 दिन बाद हुआ अंतिम संस्कार, सरकार...

IPS पूरण कुमार सुसाइड केस: 8 दिन बाद हुआ अंतिम संस्कार, सरकार ने ली राहत की सांस

एफएनएन, चंडीगढ़: एडीजीपी वाई पूरण कुमार ने 7 अक्तूबर को सेक्टर-11 स्थित अपने घर पर खुद को गोली मार ली थी। नाैंवे दिन वाई पूरण कुमार के शव का पोस्टमार्टम हुआ। वहीं शाम को चंडीगढ़ के सेक्टर-25 स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया।

हरियाणा के आईपीएस अधिकारी एडीजीपी वाई पूरण कुमार का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। चंडीगढ़ के सेक्टर-25 के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार की रस्में पूरी की गईं। इस दौरान श्मशान घाट के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस जवान तैनात रहे।

इससे पहले पीजीआई में उनके शव का पोस्टमार्टम किया गया। लगभग चार घंटे तक पोस्टमार्टम चला। उसके बाद शव को सेक्टर-24 स्थित सरकारी आवास पर लाया गया। सेक्टर 25 क्रिमेशन ग्राउंड में एडीजीपी वाई पूरण कुमार का अंतिम संस्कार किया गया। आईएएस पंकज अग्रवाल और आईएएस राज नारायण कौशिक सेक्टर-24 पहुंचे थे।

पीजीआई चंडीगढ़ की तरफ से कहा गया है कि हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार का पोस्टमार्टम विधिवत गठित मेडिकल बोर्ड द्वारा सभी आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट विशेष जांच दल (एसआईटी) के जांच अधिकारी को सौंपी जाएगी। पार्थिव शरीर सम्मानपूर्वक उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। एडीजीपी आत्महत्या मामले में नौ दिन बाद हरियाणा सरकार ने भी राहत की सांस ली है।

31 सदस्यीय कमेटी का पैदल मार्च रद्द

31 सदस्यीय कमेटी के सदस्य रेशम सिंह ने बताया कि सेक्टर 17 चंडीगढ़ से तय पैदल मार्च रद्द कर दिया गया है। इसके लिए मीटिंग करेंगे, फिर आगे का फैसला लेंगे। रेशम सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से परिवार को न्याय नहीं किया गया है, लेकिन सामाजिक और मानवता के नाते पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार का फैसला लिया गया है

निष्पक्ष जांच का आश्वासन

अमनीत पी कुमार की तरफ से कहा गया कि यूटी पुलिस द्वारा निष्पक्ष, पारदर्शी और निष्पक्ष जांच के आश्वासन और हरियाणा सरकार द्वारा आरोपी अधिकारियों के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता को देखते हुए उन्होंने पति के शव का पोस्टमार्टम कराने की सहमति दी है।

समय पर पोस्टमार्टम के साक्ष्यगत महत्व और न्याय के व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इसे निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार, गठित चिकित्सकों के बोर्ड द्वारा, एक बैलिस्टिक विशेषज्ञ की उपस्थिति में, एक मजिस्ट्रेट की देखरेख में, और पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी के साथ कराने पर सहमति व्यक्त की है।

उन्होंने कहा कि मुझे न्यायपालिका और पुलिस अधिकारियों पर पूरा भरोसा है, और मुझे पूरी उम्मीद है कि जांच पेशेवर, निष्पक्ष और समयबद्ध तरीके से की जाएगी, ताकि कानून के अनुसार सच्चाई सामने आ सके। जांच दल को मेरा पूरा सहयोग मिलता रहेगा ताकि प्रक्रिया में तेजी आए और जल्द से जल्द न्याय मिले। जांच जारी रहने के मद्देनजर, इस समय कोई और सार्वजनिक बयान जारी नहीं किया जाएगा और मैं मीडिया से अनुरोध करती हूं कि वे मामले की संवेदनशीलता का सम्मान करें।

चंडीगढ़ कोर्ट ने अमनीत कुमार को भेजा था नोटिस

इससे पहले मंगलवार को चंडीगढ़ जिला अदालत ने पूरण कुमार की आईएएस पत्नी अमनीत पी कुमार को नोटिस जारी किया। यह नोटिस चंडीगढ़ पुलिस की तरफ से अदालत में दायर की गई अर्जी पर जारी किया गया था। पुलिस की तरफ से कोर्ट में एप्लीकेशन लगाकर एडीजीपी वाई पूरण कुमार के शव के पोस्टमार्टम की इजाजत मांगी गई थी।

मामले के जांच अधिकारी, एसएसपी और आईजीपी की तरफ से वाई पूरण कुमार के परिजनों से बार-बार अनुरोध किए जाने के बावजूद जब परिवार ने पोस्टमॉर्टम के लिए सहयोग नहीं किया, तो पुलिस को मजबूर होकर स्थानीय अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा। पुलिस ने अदालत से अनुरोध किया है कि परिवार को शव की पहचान और पोस्टमार्टम के लिए आगे आने का निर्देश दिया जाए।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments