
एफएनएन, नई दिल्ली: इन दिनों भारतीय क्रिकेट टीम अपने इंग्लैंड दौरे पर है जहां पांच मैचों की टेस्ट सीरीज दोनों टीमों के बीच होने वाली है. इस सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम में अपने स्क्वाड में 2 तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर को जगह दी है. जिनमें शार्दुल ठाकुर और नीतीश कुमार रेड्डी शामिल हैं.
शार्दुल पहले गेंदबाजी और फिर बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं. तो वहीं नीतीश पहले बल्लेबाजी और फिर गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं. अब इन दोनों में से भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान शुभमन गिल और हेड कोच गौतम गंभीर किसे प्लेइंग-11 में जगह देंगे ये देखना काफी दिलचस्प होगा.
शार्दुल ठाकुर का अनुभव पड़ेगा भारी
भारतीय क्रिकेट टीम के राइट आर्म पेसर शार्दुल ठाकुर के पास टेस्ट क्रिकेट का काफी अनुभव है. उनके पास इंग्लैंड की परिस्थितियों में खेलने का भी अनुभव है. अगर टीम इंडिया गेंदबाजी को प्रमुखता देती है तो शार्दुल प्लेइंग-11 में जगह बना सकते हैं. उन्होंने भारत के लिए 11 टेस्ट मैचों में 28.38 की औसत से कुल 31 विकेट हासिल किए हैं. उनके नाम इंग्लैंड में 3 मैचों में कुल 8 विकेट दर्ज हैं. शार्दुल ने बल्ले से टीम इंडिया के लिए 4 अर्धशतकों के साथ 331 रन बनाए हैं. इंग्लैंड में उनके बल्ले से 2 हाफ सेंचुरी के साथ 122 रन निकले हैं.
नीतीश कुमार की बल्लेबाजी में है दम
भारत के लिए नीतीश कुमार रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया में हुई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से अपना टेस्ट डेब्यू किया था. रेड्डी ने भारत के लिए सिर्फ 5 टेस्ट मैच खेले हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में 9 पारियों में 1 शतक के साथ 298 रन बनाए थे. इस दौरान उन्होंने 5 विकेट भी हासिल किए थे. लेकिन शार्दुल के सामने नीतीश कुमार रेड्डी का अनुभव काफी कम है. पर उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में दिखा दिया था कि वो बल्ले के साथ क्या कर सकते हैं. जहां दिग्गज बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई पेस बैटरी के आगे घुटने टेक चुके थे वहीं रेड्डी ने दमखम दिखाया था जो उनके पक्ष में जा सकता है.
इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि शार्दुल ठाकुर गेंदबाजी में बेहतर है तो वहीं नीतीश कुमार रेड्डी बल्लेबाजी में बेहतर है.ऐसे में इंडिया को अगर गेंदबाजी मजबूत करनी होगी तो शार्दुल ठाकुर को मौका दिया जा सकता है और अगर भारत को बल्लेबाजी मजबूत करनी होगी तो वो नीतीश कुमार रेड्डी को प्लेइंग-11 में शामिल किया जा सकता है.