एफएनएन, देहरादून : अमेरिका के 25 प्रतिशत टैरिफ बढ़ाने राज्य के फार्मा व एग्रो उत्पाद बनाने वाले उद्योग पर असर पड़ सकता है। देश के कुल निर्यात में उत्तराखंड की 0.48 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
भारतीय उत्पादों पर अमेरिका के 25 प्रतिशत टैरिफ बढ़ाने के एलान से उत्तराखंड के निर्यातक व उद्योगों की चिंता बढ़ गई है। विशेषज्ञों का माना है कि ट्रंप टैरिफ लागू हुआ तो उत्तराखंड से फार्मा व एग्रो उत्पादों के निर्यात पर असर पड़ेगा।
राज्य गठन के बाद उत्तराखंड ऑटोमोबाइल व फार्मा हब के रूप में स्थापित हुआ। औद्योगिक विकास के साथ राज्य निर्यात के क्षेत्र में साल दर साल आगे बढ़ा। भौगोलिक कठिनाइयों व लॉजिस्टिक बाधाओं के बावजूद उत्तराखंड ने बीते 13 वर्षों में निर्यात के क्षेत्र में बढ़ोतरी हासिल की है। वर्ष 2013-14 से 2017-18 के मध्य राज्य की सकारात्मक कंपाउंड वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) 6.79 प्रतिशत थी। जो भारत की निर्यात ग्रोथ 0.89 प्रतिशत से अधिक थी। एक्सपोर्ट प्रीपेयर्डनेस इंडेक्स-2020 की रिपोर्ट में उत्तराखंड को हिमालयी राज्यों की श्रेणी में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्य स्थान मिला है।
फार्मा में दो से तीन सौ करोड़ का निर्यात
राज्य के हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, देहरादून के सेलाकुई औद्योगिक क्षेत्र में 280 फार्मा इंडस्ट्री स्थापित हैं। उत्तराखंड का देश के देश के फार्मा विनिर्माण में 20 प्रतिशत योगदान है। सालाना 1500 करोड़ की दवाइयों का उत्पादन किया जा जाता है। इसमें दो से तीन सौ करोड़ की दवाइयों का निर्यात होता है।
राज्य से सालाना 15 हजार करोड़ का कारोबार
उत्तराखंड से निर्यात बढ़ रहा है। वर्ष 2011-12 में राज्य से कुल 3530 करोड़ का निर्यात होता था। जो 13 साल में बढ़ कर 15 हजार करोड़ पार गया है। वर्ष 2023-24 में कुल 14928 करोड़ का निर्यात किया गया। 2024-25 में दिसंबर माह तक लगभग 50 करोड़ का निर्यात हो चुका है। प्रदेश सरकार ने भी लॉजिस्टिक व निर्यात नीति लागू कर उत्तराखंड से निर्यात को बढ़ाने की रणनीति बनाई है।
इन उत्पादों का होता है निर्यात
प्रदेश से सबसे अधिक मोती, कीमती पत्थर, धातुओं का निर्यात किया जाता है। इसके अलावा रासायनिक उत्पाद, कृषि व बागवानी आधारित खाद्य पदार्थ, हर्बल उत्पाद, प्लास्टिक व रबड़ के अलावा मशीनरी उपकरण का एक्सपोर्ट होता है।
अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ बढ़ाने का निर्णय लिया है। जबकि चीन, वियतनाम समेत अन्य देशों में टैरिफ कम है। इससे उत्तराखंड से फार्मा क्षेत्र में निर्यात पर असर पड़ेगा। इसका नुकसान फार्मा उद्योग को उठाना पड़ेगा।
उत्तराखंड से हर्बल व आयुर्वेद उत्पादों का निर्यात होता है। टैरिफ बढ़ने से निश्चित रूप से एक्सपोर्ट भी प्रभावित होगा। टैरिफ का इलेक्ट्रो प्लेटिंग उत्पादों के निर्यात जयादा असर पड़ने की संभावना है। लेकिन उत्तराखंड में इलेक्ट्रो प्लेटिंग का कारोबार नहीं है।