एफएनएन, दिल्ली : राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब वीकेंड कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। इससे पहले सरकार की ओर से येलो अलर्ट जारी कर दिया गया था। इन दिनों कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए येलो अलर्ट के हिसाब से काम किया जा रहा है। मंगलवार को हुई डीडीएमए की बैठक में अन्य पाबंदियों पर भी चर्चा की गई। इसके तहत अब सरकारी कार्यलयों में वर्क फ्रॉम होम लागू होगा। केवल अनिवार्य सेवाओं के कार्यालय खुले रहेंगे। दिल्ली में प्राइवेट कार्यालयों में 50 प्रतिशत स्टाफ को काम करने की इजाजत होगी।
उधर सख्त पाबंदियों को लागू करने के लिए उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मंगलवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक बुलाई गई थी। इसी बैठक में राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों की स्थिति की समीक्षा की गई। समीक्षा के बाद कुछ चीजें तय की गई। बैठक में राजधानी में कड़े नियम लागू करने पर भी विचार किया गया, इसके तहत ही वीकेंड कर्फ्यू लागू करने पर सहमति बनी।
इसके अलावा ये भी तय किया गया कि अब सरकारी दफ्तरों में 50 फीसद स्टाफ के साथ काम किया जाएगा। इससे पूर्व 29 दिसंबर को हुई बैठक में डीडीएमए ने येलो अलर्ट जारी रखने का फैसला लिया था। इसमें ये भी तय किया गया कि जरूरी सामानों की दुकानें खुली रहेंगी।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि जितने भी सरकारी आफिस है उसमें जरूरी आफिस को छोड़कर सभी को मना किया जाएगा।निजी आफिस 50 फीसद के साथ चल सकेंगे। समस्या आ रही थी कि बस स्टाप, मेट्रो स्टेशन सुपर स्प्रेडर बनने के संकेत मिल रहे थे। लंबी लाइनें लग रही थी। संक्रमण को देखते हुए बसें और मेट्रो पूरी कैपेसिटी पर चलेंगी मगर बिना मास्क के प्रवेश नहीं मिलेगा। यात्रा करना वर्जित रहेगा। शनिवार और रविवार को कर्फ्यू रहेगा।
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के तहत छह प्रतिशत संक्रमण दर व चार हजार से अधिक कोरोना मामले सोमवार को दर्ज होने के बाद राजधानी अब रेड अलर्ट की स्थिति में पहुंच चुकी है। ग्रेप के तहत लगातार दो दिनों तक पांच प्रतिशत से अधिक संक्रमण दर होने पर रेड अलर्ट जारी किया जा सकता है।