
एफएनएन, गुरुग्रामः हरियाणा के गुरुग्राम पुलिस ने शनिवार देर रात पंजाब में हत्या के मामलों में वांछित दो अपराधियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपी पुलिस की जवाबी कार्रवाई में पैरों में गोली लगने से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने उनके कब्जे से दो पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, एक बाइक और घटनास्थल से 11 खाली कारतूस बरामद किए हैं. पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों की ओर से सात राउंड फायरिंग की गई है. पुलिस की ओर से 4 राउंड जवाबी फायरिंग की.
क्राइम ब्रांच को मिली थी सूचना: दरअसल 11 अक्टूबर की रात पुलिस थाना सेक्टर-65 को सूचना मिली कि सेक्टर-62 के उमरीपुर गांव के पास अपराध शाखा सेक्टर-39 और 40 की टीमों और कुछ बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई है. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, जहां अपराध शाखा सेक्टर-39 के एएसआई अभिलाष ने घटनाक्रम की जानकारी दी. एएसआई अभिलाष ने बताया कि “उन्हें सूचना मिली थी कि पंजाब में हत्या के मामलों में वांछित दो आरोपी गुरुग्राम में किसी बड़ी वारदात की फिराक में बाइक पर घूम रहे हैं. सूचना को गंभीरता से लेते हुए अपराध शाखा सेक्टर-39 और सेक्टर-40 अपराध शाखा संयुक्त रेड के लिए टीम गठित की गई.”
पुलिस को देखते ही करने लगे फायरिंग: पुलिस टीम जब गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड के पास पहुंची तो बिना नंबर प्लेट की बाइक पर दो संदिग्ध युवक दिखे. पुलिस ने रुकने का इशारा किया, लेकिन दोनों ने बाइक की गति बढ़ा दी. पीछा करने पर बाइक सवारों ने पुलिस टीम पर गोली चला दी, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. इस दौरान एक गोली एएसआई अभिलाष की बुलेटप्रूफ जैकेट पर भी लगी. पुलिस ने आत्मसमर्पण की चेतावनी दी, लेकिन दोनों आरोपी फायरिंग करते रहे. वहीं पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों के पैरों में गोली लगी और उन्हें मौके पर ही काबू कर लिया गया.
आरोपियों की हुई पहचान: गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुमित शर्मा (21 वर्ष, निवासी मिलाप कॉलोनी, अमृतसर) और सुखमनजीत (19 वर्ष, निवासी साहदोवाल, अमृतसर) के रूप में हुई है. शुरुआती जांच में पता चला कि सुमित शर्मा अगस्त 2025 में अमृतसर में हुए हत्या के मामले में वांछित है, जबकि सुखमनजीत 2022 में महतो गांव, अमृतसर में हुई हत्या के मामले में भगोड़ा घोषित किया जा चुका है. सुमित पर पंजाब में हत्या, हत्या के प्रयास, जान से मारने की धमकी और आर्म्स एक्ट के तहत कुल 6 मामले दर्ज हैं, जबकि सुखमनजीत पर 1 हत्या का मामला दर्ज है.
क्या बोले पुलिस प्रवक्ताः पुलिस प्रवक्ता संदीप ने बताया कि “दोनों आरोपी पंजाब में हत्या के मामलों में वांछित थे और गुरुग्राम में किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहे थे. पुलिस की त्वरित कार्रवाई से वारदात टल गई. मामले की जांच जारी है.” बहरहाल गुरुग्राम पुलिस ने कहा कि समय रहते कार्रवाई कर एक बड़ी अपराधिक वारदात को रोका गया है. अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद दोनों आरोपियों को औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया जाएगा.

