
ऐलान-अब किसान पहले से ज्यादा जागरूक, मनवाकर ही रहेगा अपनी सभी जायज मांगें
बड़ी तादाद में प्रदर्शनकारी किसानों को देख फूले पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव
एफएनएन ब्यूरो, बरेली। शहर में कनिश्नरी के सामने सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के बैनर तले मंडल के चारों जिलों से आए सैकड़ों किसानों ने अपनी विभिन्न लंबित मांगों को लेकर कई घंटे तक धरना दिया और शासन-प्रशासन की कथित मनमानियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन भी किया।

भाकियू मंडल अध्यक्ष चौधरी अरुण राठी के नेतृत्व में मंगलवार सुबह सैकड़ों किसान कमिश्नरी के सामने स्थित सेठ दामोदरस्वरूप पार्क में एकत्र हुए। बड़ी संख्या में किसानों को देखकर पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। किसानों ने पार्क में धरना प्रदर्शन करते हुए अपनी आवाज को बुलंद किया।
धरना स्थल पर संबोधन में किसान नेताओं ने कहा कि छुट्टा पशुओं के कारण फसलें चौपट हो रही हैं। न समय पर बिजली मिल रही है और न ही पानी। खाद भी नहीं मिल पा रही है। किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है। किसान शिकायती पत्र देते हैं तो उन्हें रद्दी में डाल दिया जाता है। उन्होंने कहा कि किसान अब जागरूक हो चुका है। सरकारी विभागों की तानाशाही चलने नहीं देगा।
इन मांगों को मनवाने पर रहा भाकियू नेताओं का जोर
धरना स्थल पर भाकियू नेताओं ने जोर देकर कहा कि मंडल भर में किसानों के गन्ना मूल्य बकाया का संबंधित मिलों से ब्याज सहित भुगतान कराया जाए।
खाद-बीज, कीटनाशक दवाइयों में मिलावटखोरी खत्म कराने के लिए धूसखोर अधिकारियों-कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाय।
खेतों, सड़कों और शहरों-गांवों में घूम रहे आवारा और घुमंतू पशुओं को पकड़वाकर गौशालाओं में भेजा जाए। फसलों की क्षति होने पर किसानों को मुआवजा दिया जाय।
बदायूं, बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत में बाढ़, कटान से नष्ट हुई फसलों का सर्वे करवाकर पीड़ित किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जाए।
आवारा गौवंश ऐर वन्यजीवों के हमलों में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को 50-50 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाए।
संरक्षित वन्य क्षेत्रों की ऊंची फेसिंग करवाई जाए ताकि हिंसक वन्यजीव जंगल से बाहर न आ सकें।