
तीसरे पिल्ले की हालत भी नाजुक, महिला समाजसेवी ने रेलवे कॉलोनी के सिरफिरे शख्स के खिलाफ दी नामजद तहरीर, एफआईआर दर्ज
गणेश पथिक-एफएनएन ब्यूरो, मीरगंज-बरेली। बरेली जिले के थाना व कस्बा मीरगंज में इंसानियत को शर्मसार कर डालने का प्रकरण प्रकाश में आया है। एक बेरहम ने कुतिया और उसके तीनों नवजात पिल्लों को खाने में जहर दे दिया। कुतिया और उसके दो पिल्ले तो तड़प-तड़पकर मर गए जबकि तीसरे पिल्ले की हालत भी नाजुक बनी हुई है। महिला समाजसेवी सुनीता सिंह ने हत्यारे के विरुद्ध पुलिस को नामजद तहरीर दी है। पुलिस ने आरोपी रेल कर्मी क् विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कर ली है।

थाना मीरगंज क्षेत्र की रेलवे कॉलोनी से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। एक सिरफिरे शख्स ने हाल ही में बच्चों को जन्म देने वाली एक कुतिया और उसके नवजात मासूम पिल्लों को गुरुवार सुबह खाने में जहर दे दिया। जहरीला खाना खाते ही कुतिया और उसके दो पिल्ले कुछ ही देर में तड़प-तड़पकर मर गए। समाजसेवी सुनीता सिंह कुतिया और उसके तीनों पिल्लों को लेकर स्थानीय पशु चिकित्सालय पहुंची लेकिन डॉक्टर ने कुतिया और दो पिल्लों को मृत घोषित कर दिया। तीसरे पिल्ले की हालत भी नाजुक बनी हुई है। पशु चिकित्साधिकारी ने पिल्ले की जान बचाने के लिए दवाइयां भी दी हैं।
समाजसेवी सुनीता सिंह ने थाने में तहरीर देकर बताया कि सात सितंबर से वे लगातार सबह-शाम रेलवे कॉलोनी में जाकर गर्दन पर सड़े हुए बदबूदार गहरे जख्म वाली कुतिया की साफ-सफाई, मरहम-पट्टी कर रही थीं। इलाज से हालत काफी सुधर भी गई थी। कुतिया के साथ उसके तीन पिल्ले भी रहते थे। सुनीता ने आरोप लगाया कि रेलवे कॉलोनी का ही एक शख्स कुतिया को पागल बताकर उसे भगाने नहीं तो जहर खिलाकर मार डालने की बात अक्सर कहता था। कल बुधवार को उक्त शख्स ने कुतिया को पागल बताते हुए डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को भी बुलवा लिया। सूचना पर समाजसेवी सुनीता भी पहुंच गई और पुलिस के सामने ही कुतिया को पुचकारा तो वह भौंकने-काटने के बजाय प्यार से दुम हिलाने और चाटने लगी। कुतिया को सामान्य बताते हुए पुलिस भी उसे पकड़वाए बगैर ही वापस चली गई थी।
लेकिन गुरुवार सुबह मालूम हुआ कि सिरफिरे ने कुतिया और उसके तीनों मासूम पिल्लों के पूरे परिवार को जहरीला पदार्थ खिला दिया है। उन्होंने दावा किया है कि उक्त सिरफिरे युवक ने ही कुतिया और उसके तीनों पिल्लों की जहर खिलाकर हत्या की है। उन्होंने पुलिस के साथ ही एसडीएम तृप्ति गुप्ता से भी इस प्रकरण में हस्तक्षेप कर दोषी के विरुद्ध कड़ी वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित कराने का अनुरोध किया है। उधर, महिला की तहरीर के आधार पर मीरगंज थाने में रेलवे कालोनी में रह रहे चतुर्थ श्रेणी रेल कर्मी बालकराम और उसके परिवार को विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 325 के तहत अभियोग पंजीकृत कर छानबीन शुरू कर दी गई है।
“फॉरेंसिक जांच के बाद ही साफ हो पाएगा मृत्यु का कारण–
एक कुतिया और दो नवजात पिल्लों के शव उनके पास लाए गए थे। तीसरे पिल्ले की हालत भी काफी नाजुक थी। चारों को जहर देकर मारने का आरोप लगाया गया है। सभी का सैंपल लेकर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जायेगा। तभी पता चल सकेगा कि मौत का कारण क्या था?-डॉक्टर राजेश अरोड़ा, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी/राजकीय पशु चिकित्साधिकारी मीरगंज।”
(इन्पुट्स: सनी गोस्वामी)