‘एक्स’ पर ताबड़तोड़ दो पोस्ट्स कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को ऐसे दी श्रद्धांजलि
गुरुवार देर शाम निऱन के बाद से ही लगा है देश-विदेश से भावभरी श्रद्धांजलियों का तांता
एफएनएन नेशनल डेस्क: पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में लगातार 10 वर्ष तक भारत के प्रधानमंत्री रहे दिग्गज अर्थशास्त्री और शीर्ष नौकरशाह डॉ. मनमोहन सिंह के गुरुवार देर शाम राजधानी स्थित एम्स में अचानक निधन के बाद देश-विदेश से भावभरी श्रद्धांजलियों का तांता लग गया है। प्रबल राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर ताबड़तोड़ दो भावभरी पोस्ट कर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ़. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी।

पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर अपनी पहली पोस्ट में लिखा- भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक, डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर गहन शोक व्यक्त करता है।

पीएम मोदी ने अपनी इस पोस्ट में आगे लिखा- “डॉ. मनमोहन सिंह साधारण पृष्ठभूमि से उठकर न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने बल्कि भारत का वित्त मंत्री बनने से पहले वर्षों तक रिजर्व बैंक के गवर्नर भी रहे। साथ ही लंबे अरसे तक हमारी राष्ट्रीय आर्थिक नीति पर अपने उदार और सर्व समावेशी दृष्टिकोण की गहरी छाप छोड़ी।”

पीएम मोदी ने पूर्व पीएम को नमन करते हुए लिखा- “संसद में डॉ. मनमोहन समंह के हस्तक्षेप भी सत्ता पक्ष या विपक्ष के नेता की हैसियत से बहुत ही सम सामयिक और व्यावहारिक होते थे। हमारे प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए पूरे दस साल तक व्यापक प्रयास किए थे।”

पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर ही अपनी दूसरी भावपूर्ण पोस्ट में गुजरात का सीएम रहते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के साथ अपने गहरे आत्मीयता भरे रिश्तों का खुलासा करते हुए लिखा है- “कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के बावजूद हम दोनों की नियमित रूप से बातचीत होती थी। हम शासन को जनकल्याणकारी बनाने से संबंधित विभिन्न विषयों पर नियमित गहन विचार-विमर्श करते थे। विचारों में प्राय: टकराव के बावजूद प्रमुख विपक्षी पार्टी के एक राज्य के मुख्यमंत्री के प्रति उनकी बुद्धिमत्ता और विनम्रता हमेशा ही देखने को मिलती थी। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं डॉ. मनमोहन सिंह जी के परिवार, उनके मित्रों और असंख्य प्रशंसकों के साथ हैं।”

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सात दशक से भी ज्यादा लंबे बेदाग सार्वजनिक जीवन और राजनीतिक सफर को देखा जाए तो वह 1991 से लगातार भारतीय संसद के उच्च सदन (राज्य सभा) के सदस्य रहे। 1998- 2004 के बीच राज्यसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका में रहे। 2004 के लोकसभा चुनावों में यूपीए की जीत के बाद 22 मई को पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली और अगले पांच साल बाद 22 मई 2009 को लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए पीएम पद की शपथ ली। इस तरह वह लगातार दस साल तक भारत के प्रधानमंत्री रहे।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री पद संभालने वाले पहले सिख नेता और पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू के बाद पांच साल का कार्यकाल पूरा कर दोबारा चुने जाने वाले पहले प्रधानमंत्री भी थे। वे एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री थे। भारत में आम लोगों का जीवन स्तर सुधारने के लिए मनरेगा और आधार जैसी योजनाएं डॉ. मनमेहन सिंह ही लेकर आए थे।