ब्लड बैंक के स्टाफ से भी खून के सौदागर का कनेक्शन खंगालने में जुटी पुलिस
एफएनएन ब्यूरो, बरेली। नोएडा से दिहाड़ी मजदूरों को बरेली लाकर मोटी रकम के बदले उनके खून का सौदा करने वाले थाना भमोरा के कल्याण यादव को बरेली कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। आईएमए ब्लड बैंक स्टाफ से उसके कनेक्शन की भी जांच की जा रही है।
दरअसल 20 सितंबर को एक संदिग्ध व्यक्ति आईएमए ब्लड बैंक में रक्तदान करने पहुंचा था। जब उससे पूछताछ की गई तो पता चला कि वह दिहाड़ी मजदूर है। रुपयों के लालच में खून देने आया था। आईएमए ब्लड बैंक के चिकित्सकों ने स्टाफ की मदद से खून देने पहुंचे दिहाड़ी मजदूर और उसके पांच अन्य साथियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया थाृ। पुलिस ने खून का सौदा करने वाले कल्याण यादव को गिरफ्तार कर लिया था जबकि बाकी पांच मजदूरों को चेतावनी देकर छोड़ दिया था।
मरीज से चार हजार में किया था खून का सौदा
शाहजहांपुर के खुदागंज निवासी विजयपाल की पत्नी बरेली के एक निजी अस्पताल में भर्ती थी। पत्नी को खून की जरूरत पड़ने पर विजयपाल एक यूनिट खून लेने आईएमए ब्लडबैंक पहुंचा था। विजयपाल का हीमोग्लोबिन कम होने के कारण डॉक्टरों ने उसका खून लेने से मना कर दिया था। ब्लड बैंक से बाहर कल्याण ने उसे रोक लिया और चार हजार रुपये लेकर एक व्यक्ति को उसके साथ खून देने ब्लड बैंक में भेज दिया। शक होने पर ब्लड बैंक के डॉक्टरों ने सख्ती से पूछताछ की तो पता चला कि ब्लड बैंक के बाहर खडे़ होकर कल्याण यादव मजदूरों के खून का सौदा करता है।
खून देने वाले को देता था सिर्फ इतने रुपये
पूछताछ में कल्याण ने पुलिस को बताया कि वह नोएडा लेबर चौक से मजदूरों को रुपयों का लालच देकर बरेली लाता था और खून निकलवाने के बदले उनको एक हजार से दो हजार रुपये तक ही देता था जबकि खून के एवज में मरीज के तीमारदारों से मोटी रकम ऐंठ लेता था। कल्याण की जेब से पुलिस को रक्तदाताओं के अभिलेख भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने कोतवाली सदर में मुकदमा दर्ज कर थाना भमोरा क्षेत्र के गांव रुद्रपुर निवासी कल्याण यादव को जेल भेज दिया है।
दिल्ली में एजेंट को देख सीखा था तरीका
कल्याण यादव ने दिल्ली में खून का सौदा करने वाले एजेंटों को देखकर यह धंधा सीखा था। दिल्ली ने उसने अपना खून भी बेचा था। फिर बरेली आकर खून की सौदेबाजी करने लगा। ब्लड बैंक के बाहर खडे़ होकर खुद भी कई बार अपना खून बेचा। कल्याण मजदूरी पेशा और नशेड़ियों को मरीज का रिश्तेदार बताकर ब्लड डोनर के रूप में भेजता था। बदले में मरीज के तीमारदार से मोटी रकम वसूलता था। कल्याण के अन्य साथियों की भी पुलिस तलाश कर रही है जो अक्सर आईएमए ब्लड बैंक के बाहर खडे़ होकर खून की सौदेबाजी करते रहे हैं।