
एफएनएन, देहरादून: दो चरणों में हुए उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम घोषित हो गए हैं. बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियां जीत का जश्न मना रही हैं. हालांकि पंचायत चुनाव के नतीजे काफी अधिक चौंकाने वाले रहे हैं. इस पंचायत चुनाव में कांग्रेस का एक बड़ा दबदबा देखने को मिला है. ऐसे में माना जा रहा है कि पंचायत चुनाव के नतीजे कांग्रेस के लिए एक संजीवनी का काम कर सकते हैं. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से खास बातचीत की. हरीश रावत ने क्या कहा पढ़िए.
पंचायत चुनाव के बाद बीजेपी के डाउनफॉल की भविष्यवाणी
पंचायत चुनाव परिणाम से खुशी जताते हुए पूर्व सीएम हरीश रावत ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि अगले 6 महीने में कांग्रेस न सिर्फ एक अलग रूप में दिखाई देगी, बल्कि भाजपा का डाउनफॉल शुरू हो जाएगा. हरीश रावत ने कहा कि पंचायत चुनाव के नतीजे कांग्रेस के लिए काफी उत्साहजनक हैं. प्रदेश के चार जिलों में जिला पंचायत सदस्यों में कांग्रेस प्रत्याशियों की संख्या 50 फ़ीसदी से अधिक हो गई है. कई जिलों में कांग्रेस 50 फीसदी से एक या दो सीट पीछे रह गई है. कुछ जिलों में पहले नंबर पर कांग्रेस, दूसरे नंबर पर निर्दलीय और तीसरे नंबर पर बीजेपी है. हरदा ने कहा कि-कुछ निर्दलियों में कांग्रेस माइंडेड नेता और कुछ बीजेपी माइंडेड लोग भी हैं. ऐसे में कांग्रेस माइंडेड लोग कांग्रेस के संपर्क में भी हैं. प्रदेश के आठ जिले ऐसे हैं, जिनमें जिला पंचायत अध्यक्ष कांग्रेस के बनने की पूरी संभावना है. -हरीश रावत, वरिष्ठ कांग्रेस नेता-
पंचायत चुनाव परिणाम से खुश हैं हरीश रावत
हरीश रावत ने कहा कि आठ जिलों के अलावा जो चार जिले बचे हैं, उनमें भी कांग्रेस एक दो सीट से चूक गई है. लेकिन इन जिलों में भी कांग्रेस पहले नंबर पर है. दूसरे नंबर पर निर्दलीय और तीसरे नंबर पर भाजपा है. हरीश रावत ने कहा कि- जिन जिलों कांग्रेस एक या दो सीट से चूकी है, इन जिलों में भी कांग्रेस बहुमत बनाने की कोशिश करेगी. ऐसे में जिला पंचायत सदस्य के पदों पर भाजपा को बड़ी हार मिली है. चुनाव में भाजपा विधायकों के रिश्तेदारों, किसी के बहू, किसी के बेटे को हराया है. इससे लगता है कि जनता ने भाजपा को सबक सिखाया है.– हरीश रावत ने कहा कि पंचायत चुनाव में बड़ी संख्या में नौजवानों ने बाजी मारी है. साथ ही कहा कि टिहरी और उत्तरकाशी जिलों में जहां कांग्रेस के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव में कोई स्थान नहीं बना था, तो वहीं पंचायत चुनाव में इन दोनों जिलों में कांग्रेस का काफी अच्छा प्रदर्शन रहा है.
युवाओं और महिलाओं से राजनीति में गतिशीलता आएगी
पंचायत चुनाव में युवाओं और महिलाओं पर जनता ने भरोसा जताया है. इसका राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा? इस सवाल पर हरीश रावत ने कहा कि इससे राजनीति के अंदर गतिशीलता आएगी. यह राजनीति के लिहाज से एक अच्छा और शुभ लक्षण है. ऐसे में कोई भी राजनीतिक पार्टी और सरकार इस गतिशीलता को इग्नोर नहीं कर सकती है. अगर इग्नोर करती है, तो खामियाजा भुगतना पड़ेगा. जिस तरह से ग्रामीणों ने युवाओं पर भरोसा जताया है, उससे यही लगता है कि जनता बदलाव लाना चाहती है.
कांग्रेस को प्रभावी परफॉर्मेंस देनी होगी
आगामी विधानसभा चुनाव में पंचायत चुनाव के नतीजों का क्या फर्क पड़ेगा? इस सवाल के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि- त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नतीजे आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को ताकत देंगे. साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अभी लगभग डेढ़ साल का वक्त है. इस दौरान विपक्ष को और प्रभावी तरीके से परफॉर्म करना होगा. पंचायत चुनाव के नतीजे के बाद हमें थैंक्यू उत्तराखंड कहना होगा और विपक्ष के रूप में प्रभावी ढंग से मुद्दों को उठाना होगा. तभी चुनाव में इसका लाभ मिलेगा. संगठन इस दिशा में काम कर रहा होगा.
हरीश रावत ने बीजेपी को बताया रावण की संतान
पंचायत चुनाव के पूरे नतीजे सामने आने से पहले ही भाजपा प्रचंड बहुमत की जीत का जश्न मना चुकी है. इस सवाल के जवाब में हरदा ने कहा कि-भाजपा रावण की संतान है. क्योंकि उनके कर्म रावण के जैसे हैं. ऐसे में अपहरण ही भाजपा के पास एक रास्ता है. लेकिन सत्ता के धन बल से अगर ऐसा कुछ करेंगे तो उसको महसूस करेंगे और लड़ेंगे. मतगणना के दौरान सरकार ने जहां भी सरकारी तंत्र का इस्तेमाल किया है, वहां पर लोगों ने जमकर विरोध किया है. ऐसे में कांग्रेस के लोग अभी भी कंडाली घास लेकर तैयार हैं. जो भी गड़बड़ करेगा, उसको कंडाली घास लगाएंगे. हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस इस समय पूरी गतिशील पार्टी के रूप में काम कर रही है. ऐसे में 2027 के चुनाव तक पार्टी सत्ता पाने लायक परफॉर्मेंस देगी.
कांग्रेस नेताओं के प्रदर्शन से खुश हैं हरीश रावत
नेताओं के बेहतर प्रदर्शन और एकजुट होने के सवाल पर हरीश रावत ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कांग्रेस के नेताओं ने बहुत अच्छा काम किया है. चुनाव के दौरान सभी नेता बहुत अच्छा प्रदर्शन करते दिखाई दिए हैं. हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस का शायद ही कोई ऐसा नेता हो, जो अपने घर में प्रत्याशी को जिताने में कामयाब ना हुआ हो. लेकिन भाजपा में तमाम ऐसे नेता हैं, जो अपने नाते रिश्तेदारों को टिकट दिलवाने के बावजूद भी जिताने में कामयाब नहीं हुए हैं.
सीएम धामी से मुलाकात का राज खोला
हरीश रावत की सीएम धामी से मुलाकात के बाद चर्चा का बाजार गर्म होने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि-मैं कोई कदम उठाऊं, कहीं जाऊं और किसी से मिलूं, अगर उसकी चर्चा नहीं है, तो इसका मतलब कि चूक गए. मैं अभी चूका नहीं हूं, इसलिए चर्चा है. पुष्कर सिंह धामी प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. ऐसे में शिष्टाचार के नाते भी कभी मिलना चाहिए. मैं काम से मुख्यमंत्री से मुलाकात करने गया था. कांग्रेस के कुछ विधायकों की अपेक्षाएं थी, जिसके चलते विधायकों को साथ लेकर सीएम धामी से मुलाकात करने गए थे.
पंचायत चुनाव के बाद बीजेपी का पराभाव
पंचायत चुनाव के नतीजों के बाद प्रदेश में क्या राजनीतिक मोड़ देखने को मिलेंगे? इस सवाल पर हरीश रावत ने कहा कि- अब भाजपा का पराभव होगा. पंचायत चुनाव के नतीजों से इतर भी भाजपा डाउन जाएगी और लगातार गिरेगी. साथ ही कांग्रेस ऊपर आएगी. अगले 6 महीने में कांग्रेस के भीतर एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.साथ ही हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश में तमाम मुद्दे बेरोजगारी, महंगाई, महिलाओं पर अत्याचार, भ्रष्टाचार अब शिष्टाचार बन गया है. गरीब अमीर के बीच खाई बढ़ती जा रही है. योजनाएं कहीं दिखाई नहीं दे रही हैं. सड़कों में गड्ढे हैं. बिजली काफी महंगी हो गई है, समेत तमाम मुद्दे हैं.
फौजी के बेटे की मौत पर हरीश रावत की प्रतिक्रिया
बागेश्वर में फौजी पिता के बेटे का समय पर इलाज न मिल पाने की वजह से निधन हो गया है. इस पर हरदा ने कहा कि ये घटना काफी दुखद है. ये घटना अकेले फौजी भाई के साथ नहीं हुई है, बल्कि तमाम लोगों के साथ हुआ है. लेकिन फौजी भाई ने अपना दर्द बयां कर दिया. इसलिए उनके दर्द में बहुत सारे लोगों को शामिल होने का मौका मिला. इसीलिए मुख्यमंत्री ने इस मामले पर जांच के आदेश दिए हैं. लेकिन सरकार जांच क्या करेगी? जब सिस्टम ही पैरालाइज्ड है. पहाड़ों के एक बड़े हिस्से के अंदर कोई मेडिकल एजुकेशन सिस्टम नहीं है.
बीजेपी ने राज्य की दिशा को उलटा दिया है
आपको क्या लगता है कि प्रदेश में ऐसे कौन से काम हैं, जो अभी तक नहीं हो पाए हैं? इस पर हरीश रावत ने कहा कि-भाजपा सरकार ने राज्य की दिशा को उलटा कर दिया है. कांग्रेस राज्य की दिशा को सीधी करके गई थी. लेकिन इन 9 सालों में दिशा को उलट दिया. आज उसी का परिणाम है कि जो स्थितियां राज्य में दिखाई दे रही हैं. साथ ही हरदा ने कहा कि ये कहते हुए बड़ी तकलीफ हो रही है कि जिस दिशा की तरफ राज्य जा रहा है, हम एक विफल राज्य की दिशा की तरफ बढ़ रहे हैं.
हरीश रावत की प्रोफाइल
हरीश रावत उत्तराखंड कांग्रेस के सबसे सीनियर लीडर हैं. वो राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. हरीश रावत का जन्म 27 अप्रैल 1947 को अल्मोड़ा जनपद के मोहनरी गांव में हुआ. उनके पास एलएलबी की डिग्री है. हरीश रावत कांग्रेस की जिला युवा इकाई के हेड से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव जैसे पद संभाल चुके हैं. वो 5 बार सांसद रहे हैं. कई बार केंद्रीय मंत्री रहे. हरीश रावत की बेटी अनुपमा हरिद्वार ग्रामीण सीट से विधायक हैं. हरीश रावत को प्यार से उनके समर्थक हरदा कहते हैं.