एफएनएन, हरिद्वार : साहब अपनी बेटी के हाथ पीले करने के लिए मेहनत मजदूरी कर पाई-पाई जोड़कर खाते में खून-पसीने की कमाई को जमा कर रहे थे। कुछ समय बाद शादी करने की तैयारी करनी थी। बस अगले माह ही रुपये निकालकर शादी का सामान खरीदना था। साहब, आरोपी को पकड़कर हमारी मेहनत की कमाई को वापस दिलवा दीजिए। पैसे न मिले तो हम बरबाद हो जाएंगे।
मिनी बैंक संचालक के खाताधारकों के पैसे लेकर भागने के बाद कोतवाली पहुंचे लोग पुलिस अधिकारियों को अपनी पीड़ा सुना रहे थे। अधिकांश लोग अपने बच्चों की शादी के लिए पैसे जोड़कर खातों में जमा कर रहे थे। जबकि कोई मकान बनाने तो कोई अपने बच्चों की आगे की पढ़ाई के लिए पैसे जोड़ रहा था।
अधिकांश मजदूर तबके के लोग अपने पैसे खातों में जमा करते थे। आरोपी संचालक अब्दुल रज्जाक के भाग जाने के बाद लोगों की जिंदगीभर की मेहनत की कमाई पलभर में चली गई। कोतवाली में कई महिलाएं और युवक अपनी रकम को लेकर रोने लगे। एक युवक फफक-फफकर रो पड़ा। जिसे वरिष्ठ उप निरीक्षक संतोष सेमवाल ने दिलासा देकर बमुश्किल शांत कराया।
- पिछले आठ सालों से चल रहा था खाता
- मुस्लिम फंड से पैसे निकालने उमड़ी भीड़