एफएनएन, पंतनगर : पंत विवि के अखिला भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी के दूसरे दिन महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी पहुंचे। किसानों को संबोधित करते हुए महामहिम ने कहा कि किसानों के लिए यह मेला निरंतर लाभकारी सिद्ध हो रहा है। कुछ और नया करने की जरूरत है। ऐसी चीजें तैयार करें, जो हानिकारक न हो।
गांधी हाल में कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ अनिल कुमार शर्मा ने मेले के बारे में जानकारी दी। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि जो देश पहले कृषि प्रधान कहलाता था, उस देश में लोग अन्न के लिए तड़पते थे। आज हम दुनिया के लोगों को अनाज देते हैं। इसका श्रेय हम विज्ञानियों एवं शोध छात्रों को देते हैं। कहा कि फर्टिलाइजर आज हमारे लिए नुकसानदेह साबित हो रहे हैं। आज दुनिया में जैविक खेती पर जोर दिया जा रहा है। जैविक उत्पाद विदेश जा रहे हैं।
राज्यपाल ने कहा कि एलोपैथिक की बात करें तो लोग तेजी से इसके पीछे भाग रहे हैं, लेकिन इम्यूनिटी की बात आती है तो आयुर्वेद को प्राथमिकता देते हैं। नई नई चीजें कर सकते हैं हम। महाराष्ट्र के किसान ऐसे हैं जो कई फलों की जीआई टैगिंग कराकर अच्छा मुनाफ कमा रहे हैं। केले को कई गुना अधिक दाम में विदेश में बेचा जा रहा है। यहां के फसलों, सब्जियों की जीआई टैगिंग हो जाए तो किसानों की आय चौगनी हो जाएगी। इसलिए हमें इसी पर फोकस करते हुए चीजों को तैयार करने के साथ ही आगे पर गौर करने की जरूरत है।
राज्यपाल ने कहा कि देश का पहला कृषि विवि जीबी पंत था। अभी भी है। हमें हर वो नई खोज करने की जरूरत है जिसमें हानिकारक चीजें न हों। नाशिक का अंगूर, अनार, सब रेल से बिना बिचौलिए के दूसरे राज्यों में भेजे जा रहे हैं। शासन की ओर से बहुत प्रयास किया जाता है, लेकिन मुझे लगता है कि विश्वविद्यालय की ओर से और प्रयास की जरूरत है। पुराने लोग हों या नए, कुछ नया करें। इस मौके पर कुलपति डा मनमोहन सिंह चौहान, डॉ एएस नैन, डा एनएस जादौन, विधायक शिव अरोरा, पूर्व विधायक किच्छा राजेश शुक्ला, एसडीएम कौस्तुभ मिश्र आदि मौजूद थे।