
एफएनएन, रुद्रपुर : जीएसटी की टीम ने आज रुद्रपुर में किच्छा बायपास रोड पर महिंद्रा शोरूम के पास आरएस इंटरप्राइजेज पर छापा मारा। पता लगा था कि वाहनों की एसेसरीज के नाम पर यहां बड़ा खेल किया जा रहा है। ज्यों-ज्यों टीम की जांच आगे बढ़ी, परतें खुलती चली गईं। पता लगा कि यहां के कार शोरूम में क्योंकि गाड़ियों की लंबी वेटिंग चल रही है, इसलिए आरएस एंटरप्राइजेज दूसरे प्रदेशों से नई गाड़ियां मंगाकर लोगों को उपलब्ध करा रहा था। इसके लिए ‘ प्रीमियम ‘ शुल्क भी लिया जाता था।

उदाहरण के तौर पर यदि किसी को थार लेनी है तो उसे स्थानीय शोरूम से बुकिंग पर डिलीवरी में महीनो का समय लग जाएगा। लेकिन यदि आप प्रीमियम पर गाड़ी खरीदना चाहते हैं तो इसे तत्काल उपलब्ध करा दिया जाएगा। यानी दूसरे स्टेट से गाड़ी मंगाकर आपको दे दी जाएगी। अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें भला किसका क्या जाता है, तो हम आपको बताते हैं। दरसल, किसी चीज की खरीद पर दो तरह के टैक्स लगते हैं, पहला सीजीएसटी और दूसरा एसजीएसटी।
पहले टेक्स तो देना मजबूरी है लेकिन प्रदेश के टैक्स यानी एसजीएसटी सरकार को नहीं मिल पाता है। यही बड़ी राजस्व की चोरी है। जीएसटी ने छापे में इसी को नोटिस किया और शोरूम से कागजात जब्त कर लिए। इसके साथ ही जितना एसेसरीज का सामान दुकान में बताया जा रहा था, वह भी अधिक मात्रा में पाया गया। जीएसटी ने क्या कार्रवाई की, यह अभी पता नहीं लग सका है। अधिकारियों ने आरएस एंटरप्राइजेज के स्वामी सनी और हनी को कार्यालय तलब किया है।
