एफएनएन,रुद्रपुर : धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों की लापरवाही अब उनके गले की फांस बनने जा रही है। जिला अस्पताल में महिला की मौत के मामले को शासन ने गंभीरता से लिया है। सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं किच्छा विधायक राजेश शुक्ला ने मामला मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंचा दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि इलाज में लापरवाही बरतने वालों पर गाज गिर सकती है।
किच्छा निवासी एक महिला की रविवार रात तबीयत खराब होने पर परिवार वाले उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किच्छा पहुंचे तो चिकित्सकों ने जवाहर लाल नेहरु जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में भी इलाज से मना कर दिया गया। यहां तक कि रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल में ले जाने के लिए एंबुलेंस तक जिला अस्पताल से उपलब्ध नहीं कराई गई। मजबूरन परिजन महिला को लेकर एक निजी अस्पताल पहुंचे तो वहां भी इलाज करने से पहले 10 हजार रुपये एडवांस जमा करने की मांग की गई। असमर्थता जताने पर अस्पताल संचालक ने इलाज करने से मना कर दिया। किसी तरह परिजन महिला को एसटीएच हल्द्वानी लेकर पहुंचे तो वहां भी इलाज करने से हाथ खड़े कर दिए। थक हार कर परिजनों ने महिला को पुन: जिला अस्पताल में भर्ती कराया। सोमवार को इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया था।
विधायक ने दिया था धरना
स्वास्थ्य विभाग के सिस्टम से खफा किच्छा विधायक राजेश शुक्ला ने सोमवार को जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड गेट पर धरना दिया तो स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। विधायक का आराेप था कि जिला अस्पताल के डाक्टर ने फोन रिसीव नहीं किया, न ही मरीज को एंबुलेंस वाहन उपलब्ध कराया जा सका। उन्होंने सीएम को पत्र भेजकर मामले से अवगत कराया।
शासन ने दिए जांच के आदेश
इस मामले को चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के सचिव अमित नेगी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने स्वास्थ्य महानिदेशक डाक्टर अमिता उप्रेती से जांच कराकर आज रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है। डीजी हेल्थ डाक्टर अमिता उप्रेती ने सुशीला तिवारी मेडिकल कालेज हल्द्वानी के प्राचार्य को पत्र भेजकर कहा कि महिला को किन कारणों से चिकित्सालय प्रबंधन ने इलाज व भर्ती करने से मना कर दिया था। इस मामले की जांच कराकर रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा गया है। डीजी हेल्थ ने निदेशक कुमाऊं से विभिन्न पहलुओं की जांच कर आज शाम सात बजे रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है। इस मामले में विधायक राजेश शुक्ला से भी वार्ता करने को कहा है। रिपोर्ट आज ही सचिव को उपलब्ध कराई जानी है। जांच के नाम पर जिला अस्पताल में खलबली मची है।