Sunday, July 13, 2025
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पंतनगर एयरपोर्ट को इंटरनेशनल बनाने की कवायद तेज

एफएनएन, रुद्रपुर: उत्तराखंड स्थापना की रजत जयंती पर युवा उत्तराखंड को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पंतनगर की भेंट दे सकते हैं। 9 नवंबर को वह एयरपोर्ट का शुभारंभ कर सकते हैं। इसकी तैयारियों को लेकर पीएमओ और उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथारिटी (यूसीएडीए) के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मानिटरिंग कर रहे हैं। जिससे जिला प्रशासन एक्शन में है।

 

प्रशासन पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की जद में आ रहे भवनों को जल्द शिफ्टिंग कराने में जुट गया है। विस्तारीकरण की कार्रवाई का जायजा लेने भारत सरकार की टीम आगमी दिनों में पहुंच सकती है।

अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट देवभूमि में पर्यटन व व्यापार को बढ़ावा देगा। साथ में स्थानीय स्तर पर आर्थिक विकास होने की संभावना बढ़ जाएगी। वर्तमान में पंतनगर एयरपोर्ट का क्षेत्रफल 269 एकड़ है और इसका रनवे 1372 मीटर है। दिल्ली, पंतनगर से पिथौरागढ़-देहरादून के बीच हवाई सेवा का संचालन होता है। इसे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने की कवायद वर्ष 2012 से चल रही थी।
तत्कालीन त्रिवेंद्र रावत सरकार के समय अटरिया सिडकुल मार्ग स्थित आनंदपुर गांव में पंत विवि की एक हजार एकड़ भूमि पर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने का प्रस्ताव बनाया गया। भारत सरकार के साथ भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की टीम ने भी आकर निरीक्षण किया था, लेकिन बाद में वर्तमान एयरपोर्ट के ही विस्तारीकरण पर जोर दिया गया। 

प्रदेश सरकार ने 804 एकड़ भूमि को अधिग्रहित किया है। इसमें 524 एकड़ भूमि भारतीय विमानपत्तन अथारिटी को हस्तांतरित की जा चुकी है। 103 एकड़ भूमि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को आवंटित की गई है। साथ ही 188 करोड़ रुपये मुआवजा दिया गया है। सड़क शिफ्टिंग सर्वे कार्य शुरू हो चुका है। सर्वे के अनुसार एनएचएआइ को करीब 10 एकड़ भूमि की और जरूरत है। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनेगा तो मानक के हिसाब से इसका रनवे तीन हजार मीटर होगा। जिससे अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।

 

नंबर गेम

  • 269 एकड़ क्षेत्रफल में वर्तमान में है पंतनगर एयरपोर्ट
  • 1372 मीटर एयरपोर्ट का रनवे
  • 2012 से चल रही है अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की कवायद
  • 804 एकड़ भूमि प्रदेश सरकार ने किया है अधिग्रहित
  • 524 एकड़ भूमि भारतीय विमानपत्तन अथारिटी को चुकी है हस्तांतरित
  • 103 एकड़ भूमि एनएचएआइ को की गई है आवंटित
  • 188 करोड़ रुपये दिया जा चुका है मुआवजा

कृषि विभाग की 59.57 एकड़, लोक निर्माण विभाग की 36 एकड़, सिडकुल की 46 एकड़, पंत विवि की 591 एकड़, तराई बीज विकास निगम का 14.74 एकड़, लैंड कैटेगरी 56.40 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई है। 

अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सुविधाएं जल्द उपलब्ध कराने के लिए सीएम धामी जुटे हैं। इसीलिए विस्तारीकरण के दायरे में आए भवनों को हटाने की कार्रवाई शुरू हो गई है। पंत विवि भी अपनी भूमि पर स्मार्ट मार्केट विकसित कर प्रदेश में पैदा होने वाले मडुआ, झिंगोरा, भट्ट, गहत आदि उत्पादों को बेच सकता है। इससे विवि के साथ ही उत्तराखंड के उत्पादों के साथ ही धार्मिक व प्राकृतिक सौंदर्य की विश्व में पहचान बनेगी। 

प्रदेश में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड़्डा सामरिक दृष्टि से भी अहम होगा। उत्तराखंड की सीमा से नेपाल और चीन की सीमा लगती है। 

एसडीएम मनीष बिष्ट ने बीते शुक्रवार को विवि के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान, निदेशक अनुश्रवण एवं प्रशासन बीएस चलाल के साथ विवि में बैठक कर भवन शिफ्टिंग पर चर्चा की थी। 

ये होंगी सुविधाएं

टर्मिनल भवन, पार्किंग, संचार उपकरण, नाइट लैंडिंग, कार्गों, वीआइपी लाउंज, बिजनेस लाउंज, किड्स प्ले एरिया, चिकित्सा सुविधा, सहायता डेस्क, एटीएम और करेंसी एक्सचेंज, वाई-फाई और चार्जिंग प्वाइंट रेस्तरां और कैफे, इमिग्रेशन और कस्टम, चेक-इन और बोर्डिंग, सुरक्षा। 

एयरपोर्ट विस्तारीकरण को अधिग्रहित की गई भूमि

एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए कृषि विभाग की 59.57 एकड़, लोक निर्माण विभाग की 36 एकड़, सिडकुल की 46 एकड़, पंत विवि की 591 एकड़, तराई बीज विकास निगम का 14.74 एकड़, लैंड कैटेगरी 56.40 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई है।

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