एफएनएन, देहरादून : झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे के बाद सुरक्षा को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर हो गई है। अब प्रदेश में संचालित सभी रोपवे में सुरक्षा मानकों की प्रत्येक छह महीने में जांच होगी। मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधू ने ब्रिडकुल के अध्यक्ष एवं प्रमुख सचिव आरके सुधांशु को रोपवे का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।
झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे के बाद राज्य सरकार भी रोपवे की सुरक्षा को सरकार अब प्रत्येक छह महीने में निरीक्षण करेगी। जिसमें यह देखा जाएगा कि रोपवे में सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है या नहीं। प्रदेश में रोपवे सेफ्टी आडिट के लिए सरकार जल्द ही नई एसओपी तैयार करेगी। जिसमें रोपवे के संचालन और सुरक्षा मानकों को सख्त किया जाएगा।
वर्तमान में प्रदेश के छह स्थानों पर रोपवे हैं। इसमें औली, मसूरी, चंडी देवी, मंसा देवी, नैनीताल और सहस्त्रधारा में रोपवे चल रहे हैं। इसके अलावा छह अन्य स्थानों पर रोपवे का निर्माण प्रस्तावित है। प्रदेश में रोपवे संचालन के लिए पहले से रोपवे सेफ्टी आडिट के नियम बने हैं। इसमें रोपवे के लिए लाइसेंस व्यवस्था, संचालन में सुरक्षा मानक निर्धारित हैं।
- सरकार का रोपवे निर्माण पर फोकस