एफएनएन, बुलंदशहर : शहर में सनसनी फैला देने वाले दोहरे हत्याकांड का मकसद नफरत हो या दहशत फैलाना, कारण चाहे जो भी हो कातिलों ने रविवार को दोपहर में राजीव गर्ग और उनके फूफा कपड़ा व्यापारी सुधीर गर्ग को मौत के घाट उतार दिया था। दोनों के शरीर में गहरे जख्म और ताबड़तोड़ वार कातिलों की खुन्नस को बयां करने के लिए काफी हैं।
राजीव गर्ग और उनके फूफा सुधीर गर्ग रविवार को दोपहर में लापता हुए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक दोनों की हत्या रविवार को दोपहर में ही कर दी गई थी। दोनों के शरीर पर लगे चाकू के गहरे घाव कातिलों की नफरत को बयां कर रहे हैं। 50 वर्षीय राजीव गर्ग के शरीर पर कातिलों ने चाकू से 23 बार वार किए तो गर्दन पर एक बार वार किया। गर्दन पर गहरा चाकू लगा है, जिससे आधी गर्दन कट गई।
सुधीर पर किया गया नौ बार वार
गहरे चाकू लगने के कारण राजीव गर्ग के राइट साइड किडनी, लीवर, दोनों फेफड़े और दिल बुरी तरह से डैमेज हो गए। 68 वर्षीय सुधीर गर्ग के शरीर पर चाकू से नौ बार और गर्दन पर तीन बार वार किए गए हैं। गर्दन पर मारे गए चाकू का हल्का प्रहार है, क्योंकि गर्दन बहुत ज्यादा कटी हुई नहीं है, जबकि इनके पेट पर गहरे घाव हैं।
चाकू गहरे लगने के कारण लेफ्ट किडनी, लीवर और फेफड़े क्षतिग्रस्त हो गए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को मिल गई है। जांच में जुटी पुलिस टीम और फोरेंसिक टीम का कहना है कि शव की हालत और चाकू के गहरे घाव को देखकर लगता है, कि कातिल बहुत नफरत में थे। बहुत खुन्नस में ताबड़तोड़ तरीके से प्रहार किए गए हैं। मतलब घर से हत्या के लिए ही बुलाया गया है।
हमलावरों की संख्या भी चार या इससे अधिक होने की संभावना है, क्योंकि राजीव और सुधीर दोनों शरीर से सही थे। इसलिए दो लोग काबू नहीं कर सकते थे। कातिलों ने मौके पर आलाकत्ल भी घटनास्थल पर नहीं छोड़ा है।