एसडीएम ने अफसरों की कमेटी बनाकर दिए निष्पक्ष जांच के आदेश, अभिलेख भी चेक किए
आश्वासन पर खत्म हुआ धरना, व्यापार मंडल अध्यक्ष रामनरायन गुप्ता ने भी दिया समर्थन
गणेश पथिक-एफएनएन ब्यूरो, मीरगंज, बरेली l श्रीमती कमला देवी रामाधार गुप्ता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मीरगंज में प्रसव कराने के नाम पर पांच हजार रुपये सुविधा शुल्क की कथित वसूली के विरोध में जिला पंचायत सदसिय/भाजपा नेता निरंजन यदुवंशी के नेतृत्व में सीएचसी परिसर में बहुत से लेगों के साथ कई घंटे तक धरना-प्रदर्शन किया।
सूचना पर एसडीएम तृप्ति गुप्ता भी धरनास्थल पर पहुंच गईं और सीएचसी अधीक्षक डॉ. विनय कुमार पाल से कैफियत तलब की। पूरे प्रकरण की जांच के लिए टीम भी गठित करने की घोषणा की।एसडीएम के आश्वासन पर धरना खत्म कर दिया गया। इस बीच उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष रामनरायन गुप्ता भी पहुंच गए और आंदोलन को पूरा समर्थन देने की घोषणा की।
गौरतलब है कि करप्शन के विरुद्ध योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी को अंगूठा दिखाते हुए श्रीमती कमला देवी रामाधार गुप्ता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मीरगंज के चिकित्सा कर्मियों द्वारा रविवार को सुरक्षित प्रसव के बदले नथपुरा गांव की की एक गर्भवती के परिवार वालों से कथित तौर पर पांच हजार रुपये की अवैध वसूली की गई । दरअसल, कल रविवार को नथपुरा गांव की एक गर्भवती महिला को उसके परिजन सुरक्षित प्रसव कराने के लिए मीरगंज सीएचसी स्वास्थ्य केंद्र में लेकर आए थे। परिजनों का आरोप है कि उनसे डिलीवरी कराने का भारी-भरकम सुविधा शुल्क मांगा गया।स्वास्थ्य कर्मचारियों ने ₹5000 वसूलने के बाद ही उक्त महिला की डिलीवरी कराई l रिश्वत लेने वाले उक्त स्वास्थ्य कर्मी ने रकम लेने की बात किसी को नहीं बताने की हिदायत भी दी थी।
सोमवार को जानकारी हुई तो इसी गांव के तेजतर्रार भाजपा नेता/ जिला पंचायत सदस्य निरंजन यदुवंशी नथपुरा के ग्रामीणों, भाजपा मंडल अध्यक्ष तेजपाल फौजी, भाजपा नेता ओमपाल गंगवार आदि को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मीरगंज जा पहुंचे और कथित रिश्वतखोरी के विरोध में सीएचसी परिसर में धरना देकर बैठ गए। जिला पंचायत सदस्य निरंजन यदुवंशी का कहना है कि सरकारी अस्पताल में गरीब मरीज ही आते हैं ऐसे में उनसे सुविधा शुल्क लेना कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अव्यवस्थाओं से नाराज लोगों ने उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की बिगड़ती दशा पर विभागीय अधिकारियों के विरुद्ध जमकर नारेबाजी भी की। इस दौरान नवागत प्रभारी अधीक्षक डॉ. विनय कुमार पाल पूरी तरह बैक फुट पर दिखे। जानकारी यह भी मिली है कि कुछ दिन पहले भी गांव जौनेर की एक गर्भवती महिला के परिवार वालों से भी सीएचसी मीरगंज के स्टाफ ने डिलीवरी कराने के एवज में ₹2000 सुविधा शुल्क वसूला था। इसकी शिकायत एक भाजपा नेत्री के नेतृत्व में मीरगंज की उप जिलाधिकारी से की गई थी।
जानकारी मिलने पर एसडीएम तृप्ति गुप्ता भी धरना स्थल पर पहुंच गईं। अस्पताल के अभिलेख चेक कर स्टाफ को कड़ी हिदायत भी दी। एसडीएम ने प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि अधिकारियों की टीम बनाकर इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। दोषी को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उनके इस आश्वासन पर दोपहर में धरना समाप्त कर दिया गया। इससे पहले उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष रामनरायन गुप्ता भी कई व्यापारी नेताओं के साथ धरना स्थल पर पहुंचे और सरकारी अस्पताल में डिलीवरी कराने के एवज में अवैध वसूली पर नाराजगी जताई। साथ ही आज के धरना प्रदर्शन को व्यापार मंडल के भरपूर समर्थन का भी ऐलान किया है।