Thursday, April 24, 2025
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उत्तराखंड में आफत की बारिश, देहरादून में पुल बहा, 80 संपर्क मार्ग बंद

एफएनएन, देहरादून : उत्तराखंड में देहरादून सहित अन्य जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है। नदियों और नालों का जल स्तर फिर बढ़ने लगा है। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाओं के चलते प्रदेश के करीब 80 संपर्क मार्ग बंद हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में चारधाम यात्रा मार्ग सहित अन्य स्थानों पर भी मलबा आने से सड़कें बार बार बंद हो रही हैं। इन्हें खोलने के लगातार प्रयास हो रहे हैं। आज यानी बुधवार 28 जुलाई और कल 31  जुलाई तक का ओरेंज अलर्ट है। इन दिनों भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं, देहरादून में एक पुल भी बारिश की भेंट चढ़ गया। वहीं, सेलाकुई क्षेत्र में बिजली के पोल बहने से औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन प्रभावित हो रहा है। उत्तराखंड में गत रात से ही दून समेत कई हिस्सों में तेज बारिश हो रही है। सड़कें तालाब बन गई है, जिससे आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार 31 जुलाई तक मौसम के मिजाज में ज्यादा बदलाव की उम्मीद नहीं है। विभाग ने 28 और 29 जुलाई के लिए देहरादून और नैनीताल समेत सात जिलों के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया है। हालांकि अब भी प्रदेश में मलबे से करीब 80 संपर्क मार्ग बंद हैं।

देहरादून में पुल बहा

देहरादून में लगातार बारिश के चलते शहर के बीच डोभालवाला और बकरालवाला को जोड़ने वाला पुल सुबह के समय बह गया। पुश्तों पर बने इस सीमेंटेड पुल का एक पिलर करीब एक माह पहले बह गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस और दिलाया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इस पुल के साथ ही इसके साथ पानी की लाइने भी टूट गई हैं। इसी इलाके में देहरादून के महापौर सुनील उनियाल गामा का भी घर है। देहरादून के सेंट जोजेफ स्कूल के सामने रिचिरिच गली से जोड़ने वाले इस पुल के टूटने से स्थानीय लोग परेशान हैं।

बिजली के पोल बहे, सेलाकुई इंड्रस्टियल एरिया की सप्लाई प्रभावित
लगातार बारिश से देहरादून में सेलाकुई इंड्रस्टियल एरिया को सप्लाई की जा रही विद्युत की 33 केवी की लाइन के दो पोल नदी में बह गए हैं। ऐसे में औद्योगिक आस्थान में उत्पादन भी प्रभावित हो रहा है। बताया गया कि सरना नदी में बिजली के दो पोल बह गए हैं। ऐसे में ऊर्जा निगम की ओर से ढकरानी से आ रही बिजली की लाइन से आपूर्ति देने का प्रयास किया जा रहा है। सारे उद्योगों को एकसाथ सप्लाई संभव न होने के कारण रोटेशन के आधार पर उद्योगों की आपूर्ति की जा रही है। जो आपूर्ति हो भी रही है, उससे भी लोड नहीं उठ पा रहा है। उद्यमी अनिल मारवाह के मुताबिक कई बार सब स्टेशन की मांग की गई, लेकिन अभी तक सरकार ने नहीं सुनी। ऐसे में हर बरसात में इस तरह की समस्या पैदा हो जाती है।

उत्तराखंड के मौसम का हाल
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक आज और कल दो दिन पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश के चलते भूस्खलन, नदी नालों में तेज बहाव के साथ ही बिजली चमकने की घटनाएं हो सकती हैं। ऐसे में लोगों को सुरक्षित रहने पर ध्यान देना होगा। मैदानी क्षेत्र में जलभराव की समस्या हो सकती है। उन्होंने बताया कि 29 जुलाई तक उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं तेज बौछार के साथ भारी बारिश का अनुमान है। 30 व 31 जुलाई को उत्तरकाशी, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर, तथा पिथौरागढ़ में कहीं कहीं तेज बौछार के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। एक अगस्त को उत्तराखंड के चमोली, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में तेज बौछार के साथ भारी बारिश हो सकती है।

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