
फ्रंट न्यूज नेटवर्क ब्यूरो, बरेली। उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के तत्वावधान में व्यापारी नेता कुलभूषण शर्मा के जन्मदिन के उपलक्ष में होटल ग्रीन लैमन में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। व्यापार मंडल की कार्यवाही के पश्चात गीतकार कमल सक्सेना ने माँ शारदे के पूजन-अर्चन और सुमधुर वाणी वंदना की औपचारिकता के उपरांत अपनी इस ग़ज़ल से काव्यमय ताकीद की-
मुनासिब है यही कि तू वतन से प्यार मत करना।
मगर बेआबरू इस देश को ऐ यार मत करना।
किसी बच्चे के मुंह से छीन ले रोटी का जो टुकड़ा,
वतन के वास्ते ऐसा कोई व्यापार मत करना।
इसके बाद कमल सक्सेना ने श्रृंगार के कई मुक्तक सुनाकर सबकी वाहवाही लूटी और तालियां भी बटोरीं। अपनी सदाबहार ग़ज़ल पेश करते हुए उन्होंने देश और अपनी संस्कृति को हमेशा सम्मान और तवज्जो देने की नसीहत देते हुए एक बार फिर पूरी महफिल की वाहवाही बटोरी-
मिटेंगी हस्तियाँ तेरी अमन तब याद आयेगा।
मिलेंगी ठोकरें अपना वतन तब याद आयेगा।
विदेशी रँग में पढ़कर तेरी बेटी जवाँ होगी,
तुझे इस देश का चालो चलन तब याद आयेगा।
लखनऊ से आये वरिष्ठ कवि साहित्य भूषण कमलेश मौर्य ‘मृदु’ ने आज के भारत की शान में अपना यह गीत पेश किया और हर पंक्ति पर खूब तालियां और वाहवाही हासिल की-
मिलाकर आंख अब दुनिया से भारत बात करता है।
पटखनी पर पटखनी दे जो उससे घात करता है।
बुलेट एके सैंतालीस की पहले आयात करता था,
कि अब भारत वही ब्रह्मोस का निर्यात करता है।।
ओज के राष्ट्रीय स्वर कवि कमलकांत तिवारी ने अपने इस छंद से श्रोताओं में जोश भरा और खूब तालियां भी बजवाईं-
पुरानी भूल का करके यह पश्चाताप बैठे हैं।
चढ़ाकर बाण धन्वा पर खींचकर चाप बैठे हैं।
नहीं अब भूलकर हिंदुत्व को आंँखें दिखाना तुम,
सुनो भारत की सत्ता में तुम्हारे बाप बैठे हैं।

कवि सम्मेलन देर रात तक चलता रहा औऱ व्यापार मंडल के सभी पदाधिकारी-सदस्य कविताओं का आनंद लेते रहे। इस बीच व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने कवियों को अंगवस्त्र ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित भी किया। कवि सम्मेलन का सरस-सफल संचालन कवि गीतकार कमल सक्सेना ने किया। इसके बाद व्यापारी नेता कुलभूषण शर्मा का जन्मदिन केक काटकर बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इफ़्को आँवला से आये हुए अतिथियों ने एक अच्छे कार्यक्रम के लिये सभी को धन्यवाद दिया।
अंत में व्यापार मंडल महासचिव ने सभी का आभार प्रकट किया और सभी को भोजन के लिये आमंत्रित किया।

