घर के अंदर छुपा था तस्कर, बंद गेट पर कई घंटे इंतजार के बाद निजामुद्दीन थाना पुलिस की मदद से असम पुलिस ने की कार्रवाई
गिरफ्तारी के विरोध में परिजनों ने काटा हंगामा, अफसरों से हाथापाई भी की
एफएनएन ब्यूरो, नई दिल्ली। असम पुलिस ने नई दिल्ली के थाना निजामुद्दीन पुलिस की मदद से दिल्ली के सबसे बड़े ड्रग्स माफिया शराफत शेख उर्फ मोहम्मद अयूब को उसके घर का मेन गेट और ताला तोड़कर गिरफ्तार कर लिया है। दोनों राज्यों की पुलिस ने कई घंटे तक उसका गेट खुलने का इंतजार करने के बाद यह कार्रवाई की।
शेख शराफत की गिरफ्तारी को असम से पुलिस आई तो थाना निजामुद्दीन पुलिस को भी दिल्ली के इस सबसे बड़े ड्रग्स माफिया की याद आ गई। असम पुलिस ने उसे एक केस में दिल्ली से बाहर ले जाने के लिए कोर्ट में ट्रांजिट रिमांड की अर्जी लगाई तो निजामु्द्दीन पुलिस ने भी अदालत से आरोपी से पूछताछ की इजाजत मांगी है।
चार दशक तक जेल आने-जाने में लगा रहा शराफत शेख देश का पहसा ड्रग्स माफिया है जिस पर एनडीपीएस की विशेष धारा पिट-एनडीपीएस लगाई गई थी। यह धारा लगने के बाद पुलिस शराफत शेख को दो वर्ष तक बिना किसी केस के हिरासत में रख सकती है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि असम पुलिस ड्रग्स तस्करी के एक बड़े केस में शराफत शेख को गिरफ्तार करने निजामुद्दीन आई थी लेकिन कई घंटे तक आरोपी के घर का गेट ही नहीं खोला गया। काफी इंतजार के बाद असम से आई पुलिस अधिकारियों की टीम ने निजामुद्दीन थाना पुलिस को सूचना दी।
सूचना पर थाना निजामुद्दीन पुलिस शराफत शेख के घर पहुंच गई। बाद में मेन गेट का ताला तोड़कर मकान में छुपे ड्रग्स माफिया शराफत शेख को गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान शराफत शेख के परिवार वालों और करीबियों ने गिरफ्तारी का विरोध करते हुए काफी हंगामा काटा और पुलिस अफसरों से हाथापाई भी की। कुछ दिन पहले निजामुद्दीन थाना पुलिस ने अवैध बूचडख़ाना खोले जाने के मामले में शराफत शेख के खिलाफ केस दर्ज किया था।
राष्ट्रीय राजधानी के इस खतरनाक ड्रग स्मग्लर के खिलाफ दिल्ली के अलग-अलग थानों में 35-36 आप रा फिर मामले दर्ज हैं। इनमें ड्रग्स स्मग्लिंग, आर्म्स एक्ट, मारपीट तक के मुकदमे शामिल हैं। शराफत वर्ष 1977 में दिल्ली से सटे गाजियाबाद में एक ढाबे पर नौकरी करता था लेकिन 6 महीने में ही नौकरी छोड़ दी और ड्रग्स स्मगलिंग के धधे में उतर गया।