एफएनएन, रुद्रपुर : अनुशासित कही जाने वाली भाजपा का यह रूप और रंग तो कभी न था। पार्टी हमेशा से ही निष्ठावान कार्यकर्ताओं को तवज्जो देती आई है और यही कारण है कि आज शीर्ष पर है। लेकिन रुद्रपुर में जनप्रतिनिधि अपने ही पार्टी की लुटिया डुबोने में लगे हैं। यहां सब कुछ खास लोगों में ही बंट रहा है, अब वो पद हो, सम्मान या कुछ और। यही वजह है कि पार्टी में आक्रोश देखने को मिल रहा है। सक्रिय कार्यकर्ता ललित बिष्ट इस्तीफा दे चुके हैं जबकि कई और तैयार बैठे हैं। ये वो कार्यकर्ता हैं जो लगातार चुनाव में पार्टी के पक्ष में खड़े नजर आए हैं।
रुद्रपुर भाजपा में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा। कुछ मुख्यमंत्री को खास बताकर गुटबाजी में लगे हैं तो कुछ अपने पद की टशन में हैं। ऐसे में पार्टी के लिए दरी बिछाने वाला कार्यकर्ता आहत और परेशान है। यहां जूतों में दाल बंटने जैसी कहानी चल रही है।
ताजा मामला बुधवार देर रात घोषित हुई मंडल अध्यक्षों की सूची का है। अपने को बड़ा दिखाने के लिए कुछ नेता मनोनीत किए गए अध्यक्षों की ताजपोशी के पीछे अपना हाथ दिखाने और बताने से भी नहीं चूक रहे। सोशल मीडिया पर जारी उनकी पोस्ट है और फोटो इसका प्रमाण भी हैं, ऐसे में वह कार्यकर्ता जो सिर्फ पार्टी के लिए जीने मरने वाला है, उसमें गुस्सा लाजमी है।
रुद्रपुर दक्षिणी मंडल अध्यक्ष बनाए गए धर्म सिंह कोली को जहां भाजपा के प्रदेश मंत्री विकास शर्मा का खास बताया जा रहा है तो वहीं धीरेश गुप्ता को शिव अरोरा का नजदीकी। बड़ी बात यह है कि इन दोनों अध्यक्षों के नाम बाद में घोषित किए गए लेकिन उन्हें बधाई देने का सिलसिला पहले ही शुरू हो गया था। यही कारण है कार्यकर्ता आक्रोशित हुए और उनमें से एक ललित बिष्ट ने इस्तीफा दे दिया।
ललित बिष्ट का आरोप है कि विधायक शिव अरोरा ने उन्हें भरोसा दिलाया था, इसके बावजूद उनके साथ धोखा किया गया। खैर जो भी हो पर रुद्रपुर के हालात देखने से लगता है कि यहां जनप्रतिनिधि अपने खास को सब कुछ बांटने के चक्कर में पार्टी की लुटिया डुबो रहे हैं।
क्रमश: