*पिथौरागढ़ के पत्रकारों ने डीएम से मिलकर स्वास्थ्य विभाग को लिया निशाने पर, उठाई निष्पक्ष जांच की मांग*
एफएनएन, पिथौरागढ़: पिथौरागढ़ के वरिष्ठ पत्रकार डॉ दीपक उप्रेती की कोरोना संक्रमण के चलते मृत्यु के मामलेे में पिथौरागढ़ के पत्रकारों ने डाक्टरों की घनघोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है। इस संबंध में जिलाधिकारी से मुलाकात कर ज्ञापन भी सौंपा है।
पत्रकारों ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि आठ दिसम्बर को डॉ उप्रेती को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसी दिन उनके कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद 12 दिसम्बर की सुबह अस्पताल प्रबंधन ने उनके निधन की सूचना दी। इससे पहले 11 दिसम्बर को डॉ उप्रेती ने कई लोगों से मोबाइल से संपर्क कर लंबी बातचीत की थी।
उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन की उदासीनता व लापरवाही के चलते उनका निधन हुआ। पत्रकारों ने बताया कि डॉ उप्रेती के परिजन भी भी मान रहे है कि उनके इलाज में लापरवाही हुई। कहा कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों की भी शिकायत है कि अस्पताल का पैरामेडिकल स्टाफ कोरोना मरीजों के साथ भेदभाव कर रहा है। वह मरीजों के नजदीक नहीं जा रहे हैं। जितने लोगों की कोरोना से मौत हुई है, वह रात में हुई है। वरिष्ठ पत्रकार विजय वर्धन उप्रेती, मयंक जोशी, राजेश पंगरिया, दीपक कापड़ी, अशोक पाठक, सुशील खत्री, राकेश पंत, दीपक गुप्ता, विपिन गुप्ता, पंकज पांडे आदि शामिल थे।