- इंदौर के निजी अस्पताल की जांच के आदेश, फ्रीजर में रखा हुआ था शव
एफएनएन, इंदौर : इंदौर के महाराजा यशवंत राव अस्पताल के बाद अब निजी यूनिक अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां भर्ती 87 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना से मौत के बाद अस्पताल के फ्रीजर में रखे उसके शव को चूहे कुतर गए। चार घंटे में ही चूहों ने शव की अंगुलियां, सिर का आधा हिस्सा, आंखें, कान और पंजे गायब कर दिए। गौरतलब है कि महाराज यशवंत राव अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में लाया गया शव अनदेखी के चलते कंकाल हो गया था। सोमवार को जब स्वजन शव लेने पहुंचे तो फटा हुआ बैग और खून के निशान नजर आए। शव की क्षत-विक्षत हालत से नाराज स्वजनों ने अस्पताल में हंगामा किया। इसके बाद अन्नपूर्णा थाने के प्रभारी और तहसीलदार पीपीई किट पहनकर अस्पताल पहुंचे। यहां से शव लेकर निकले स्वजनों ने सड़क पर शव रख कर करीब आधा घंटे तक हंगामा किया। पुलिस ने स्वजन को समझाया और अस्पताल की एंबुलेंस बुलाकर शव पंचकुइया मुक्तिधाम पहुंचाकर अंतिम संस्कार कराया। मृतक की पोती प्रज्ञा जैन और बेटे पवन जैन ने अस्पताल की लापरवाही के साथ ही शव के साथ छेड़छाड़ और अंग चोरी करने का आरोप लगाया है।
परिवार वालों ने लगाए गंभीर आरोप
हुकमचंद मार्ग निवासी 87 वर्षीय नवीन जैन को ऑक्सीजन का स्तर कम होने पर शनिवार को यूनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां जांच में उन्हें कोरोना पॉजिटिव बताया गया था। बेटे प्रकाश जैन ने बताया कि रविवार शाम अस्पताल ने पिता की स्थिति गंभीर बताते हुए 50 हजार रुपये और जमा करवाए। रविवार रात एक बजे मौत की सूचना दी। सुबह जब शव लेने पहुंचे तो हालत ऐसी देखी।
एडीएम की जांच में नपेगी गर्दन
शिकायत मिलने पर कलक्टर मनीष सिंह ने जांच समिति गठित कर दी। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (एडीएम) अजय देव शर्मा को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। तय है कि जांच में दोषियों की गर्दन फसेगी।