एफएनएन, देहरादून : उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और प्रदेश प्रभारी कांग्रेस देवेंद्र यादव ने शुक्रवार को भगवान श्री बदरीविशाल के दर्शन किए। 20 को बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
- 1479 तीर्थयात्रियों ने किए बदरीनाथ धाम के दर्शन
वहीं गुरुवार को 1479 तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरीनाथ के दर्शन किए। अभी तक 185848 तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं। केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो चुके हैं, जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
- माता लक्ष्मी का आह्वान और कढ़ाई भोग का आयोजन
गुरुवार को भगवान बदरीनाथ की महाभिषेक पूजा के बाद शीतकाल में वेद ऋचाओं का पाठ बंद हो गया था। जिसके बाद वेद उपनिषदों को सम्मानपूर्वक मंदिर संरक्षण में रखा गया। जिसके बाद शुक्रवार को मां लक्ष्मी का आह्वान किया गया और कढ़ाई भोग का आयोजन किया गया।
- यह परंपरा आदि गुरु शंकराचार्य ने शुरू की
बदरीनाथ के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि वेद मंत्रों की ऋचाओं की प्राचीन आठ शैलियां हैं। वेद मंत्रों की प्राचीन शैली में ही आज भी बदरीनाथ धाम में वेद पाठ होते हैं। प्रतिदिन भगवान बदरीनाथ को एक अध्याय अर्पित किया जाता है। यह परंपरा आदि गुरु शंकराचार्य ने शुरू की थी।