
एफएनएन, रामनगर: नैनीताल जिले में रामनगर के पास आज 1 सितंबर की सुबह बड़ा हादसा हो गया. ढिकुली गांव के पास कुमाऊं मोटर ओनर्स यूनियन लिमिटेड की एक बस अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे पलट गई. इस दौरान बस में 12 से ज्यादा यात्री सवार थे. दुर्घटना में 6 लोग घायल हुए हैं. इनमें से 2 लोगों की हालत गंभीर बताई गई है. सभी घायलों को रामनगर संयुक्त चिकित्सालय लाया गया. गंभीर घायलों को रामनगर के अस्पताल से हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है.
सुबह रामनगर से चली थी बस: बस में सवार यात्रियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने हादसे के बारे में बताया. UK 04 PA 0430 की बस सोमवार सुबह 7 बजे रामनगर से रवाना हुई. इस बस को भिकियासैंण, मासी और चौखुटिया होकर जौरासी जाना था. अभी 7.30 बजे बस ढिकुली स्थित महारानी रिजॉर्ट पहुंची थी कि अचानक बस के आगे एक टेंपों को ओवरटेक करते हुए एक जिप्सी निकल आई. सामने से एक साथ दो तेज रफ्तार वाहन आते देख बस के चालक प्रताप सिंह ने बस को किनारे काटा. बारिश के कारण सड़क किनारे का मिट्टी वाला हिस्सा गीला था और वो वजन नहीं सह पाया. बस पलट गई.
स्थानीय लोगों ने किया राहत और बचाव कार्य: सड़क किनारे बस के पलटते ही हड़कंप मच गया. यात्रियों की चीखें गूंजने लगीं. आसपास मौजूद लोग राहत और बचाव कार्य के लिए अपने काम छोड़कर दौड़ पड़े. सड़के किनारे पलटी बस के शीशे तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला गया. इसी दौरान पुलिस को हादसे की सूचना दी गई. इसके बाद 108 एंबुलेंस की मदद से घायल यात्रियों को रामनगर के अस्पताल भिजवाया गया.
-डॉ दीपा, वरिष्ठ चिकित्सक, रामनगर संयुक्त अस्पताल-
बस के ड्राइवर ने बताया दुर्घटना का कारण: जो बस दुर्घटनाग्रस्त हुई, उसे प्रताप सिंह चला रहे थे. उन्होंने बताया कि-मैं नॉर्मल स्पीड में बस चला रहा था. अचानक सामने से तेज रफ्तार टेंपो को ओवरटेक करते हुए जिप्सी आई. दोनों के बराबर में आने के कारण सड़क पर जगह नहीं बची. मैंने अपनी साइड की तरफ बस को मोड़ दिया. बस का पहिया कच्ची जमीन पर धंसा और बस पलट गई. अगर मैं बस को कच्चे में नहीं मोड़ता तो बड़ा हादसा हो जाता. सारी गलती टेंपो और जिप्सी चालकों की है. -प्रताप सिंह, बस के ड्राइवर-
एसडीएम ने क्या कहा: बस पलटने की सूचना मिलते ही रामनगर के एसडीएम प्रमोद कुमार भी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए. उन्होंने कहा कि- ड्राइवर ने बताया है कि सामने से आ रही टेंपो और जिप्सी को बचाने के चक्कर में हादसा हुआ. घायलों को संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है. उन्होंने समुचित इलाज दिया जा रहा है. 2 गंभीर घायल यात्रियों को हायर सेंटर भेज दिया गया है. दुर्घटना के कारणों की जांच करा रहे हैं. ओवरस्पीड पर भी कार्रवाई हो रही है. -प्रमोद कुमार, एसडीएम, रामनगर-
रामनगर है पहाड़ का प्रवेश द्वार: गौरतलब है कि रामनगर उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों का प्रवेश द्वार है. ये पर्यटन नगरी होने के साथ ही पहाड़ की किराना, फल, सब्जी समेत अन्य जरूरी सामानों की मंडी है. यहां से केएमओयूली (Kumaon Motor Owners Union Limited) और जेएमओयूली (Garhwal Motor Owners Union Ltd) की यात्री बसें रोजाना चलती हैं. इन्हें पहाड़ की लाइफ लाइन भी कहते हैं. मैदानी इलाकों में जाने और वहां से आने वाले लोगों का आखिरी रेलवे स्टेशन भी रामनगर ही है. रामनगर में ट्रेन से उतरने के बाद पहाड़ के लिए बस से यात्रा होती है.

