एफएनएन, नई दिल्ली। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के मंगलवार को भारत बंद का अधिकांश विपक्षी दल समर्थन कर रहे हैं। कई ट्रेड यूनियनों ने भी अपना समर्थन दिया है। इस बीच देश के किसी हिस्से में टायर जलाकर तो कहीं ट्रेन रोककर किसान अपने गुस्से का इजहार करने से नहीं चूक रहे हैं।
उत्तराखंड किसानों के आह्वान पर मंगलवार को भारत बंद के समर्थन का सबसे ज्यादा असर उत्तराखंड के रुद्रपुर शहर में देखने को मिला। यहां भारत बंद के समर्थन में सुबह से ही सभी दुकानें बंद रखी गईं। मुख्य चौराहों पर पुलिस बल तैनात रहा। देहरादून में कांग्रेसियों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए रोड का घेराव कर ट्रैफिक जाम भी किया। कुमाऊं के अन्य शहरों में भी भारत बंद का असर देखा गया।
उत्तर प्रदेश- सपाइयों ने प्रयागराज स्टेशन पर बुंदेलखंड एक्सप्रेस ट्रेन को रोक दिया और पटरी पर लेटकर नारेबाजी की। पुलिस अधीक्षक (नगर) दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस ट्रेन जब प्रयागराज रेलवे स्टेशन पहुंची, तो वहां मौजूद कुछ लोग ट्रेन के इंजन के सामने आ गए। पुलिस ने उन्हें वहां से हटाकर हिरासत में ले लिया और ट्रेन को आगे रवाना कराया। बरेली में कृषि बिल के विरोध में चौकी चौराहा स्थित गांधी प्रतिमा पर धरना दे रहे समाजवादी पार्टी के नेताओं को पुलिस ने हल्का लाठी चार्ज करके खदेड़ दिया। पीलीभीत में पूरनपुर में किसानों ने हाईवे जाम किया, पुलिस के हाथ पांव फूले। टनकपुर-बरेली हाईवे पर दर्जनों ट्रेक्टर लेकर निकले किसान। शाहजहांपुर मेें जिला मुख्यालय पर असर नहीं। पुवायां कस्बे में व्यापारियों के एक गुट ने जबरिया बाजार बंद कराने की कोशिश की तो दूसरे गुट ने विरोध किया। इसको लेकर दो गुटों में झड़प हुई है। शाहजहांपुर में कांग्रेस कार्यालय पर एकत्रित कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन्हें पुलिस लाइन ले जाया गया है। बदायूं में सपा जिलाध्यक्ष घर पर ही नजरबंद। जिले में नहीं दिख रहा बंदी का असर। लखीमपुर खीरी जिले में बन्द का मिला-जुला असर दिख रहा है। भीरा में किसान धरने पर बैठे। मैगलगंज के गुरुद्वारा में जुट रहे किसान। पलिया में पेट्रोल पंप बन्द।
दिल्ली कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत किसान राजधानी दिल्ली से सटी सीमाओं पर डटे हुए हैं। ऐसे में भारत बंद का सबसे ज्यादा असर दिल्ली में ही देखने को मिल रहा है। क्षुब्ध किसान गाजियाबाद बार्डर पर एनएच 24 पर सुबह से चार घंटे से भी ज्यादा भारी जाम लगाए रहे। यहां मंडियां बंद हैं। ओला और उबर जैसी कैब सर्विस बंद हैं। परिवहन पर भी इसका असर पड़ रहा है। कई रास्ते बंद हैं। टैक्सी यूनियन इस भारत बंद में शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल राज्य में कांग्रेस, वामदलों और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस भारत बंद का समर्थन कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल में मंगलवार को पूरे दिन बंद रखा जाएगा। बीजेपी ने भी अपने कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ मंगलवार को बंद का आह्वान किया है। ऐसे में पश्चिम बंगाल में हालात अधिक संवेदनशील हैं। कोलकाता में वामदलों ने किसानों के भारत बंद के समर्थन में ट्रेन रोकी। आसनसोल में भी ट्रेड यूनियनों ने प्रदर्शन किया।
बिहार प्रदेश में आरजेडी, कांग्रेस और वामदलों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। इस दौरान दरभंगा में आरजेडी के कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर कृषि कानूनों का विरोध किया। पटना में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। ऐसे में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
ओडिशा यहां सत्तारूढ़ पार्टी बीजू जनता दल के अलावा सभी दल भारत बंद का समर्थन कर रहे हैं। इन दलों के कार्यकर्ताओं ने राज्य में कई जगह ट्रेनें रोकीं और यातायात को भी प्रभावित किया। भुवनेश्वर में कई जगह टायर भी जलाए गए।
पंजाब राज्य में कृषि कानूनों के खिलाफ जमकर विरोध देखा जा रहा है। सत्तारूढ़ कांग्रेस किसानों के समर्थन में है। प्रदर्शनकारी अमृतसर समेत अन्य शहरों में दुकानें बंद करवा रहे हैं।