
एफएनएन, मुंबई: देश की प्रमुख सरकारी बैंकों में से एक बैंक ऑफ इंडिया (BOI) ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCom), इसके प्रमोटर अनिल अंबानी और रिलायंस टेलीकॉम के खातों को ‘फ्रॉड’ घोषित कर दिया. यह फैसला ऐसे समय में आया है जब कुछ ही दिन पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने भी कंपनी के खातों को धोखाधड़ी की श्रेणी में रखा था.
₹724 करोड़ का बकाया, नियमों के उल्लंघन का आरोप
कंपनी द्वारा स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी के मुताबिक, BOI ने 8 अगस्त को जारी पत्र में आरकॉम, अनिल अंबानी और मंजरी आशिक कक्कर के खातों को फ्रॉड घोषित करने का नोटिस भेजा. बैंक का कहना है कि उधारकर्ताओं ने ₹724.78 करोड़ का कर्ज नहीं चुकाया, जबकि खाता 30 जून 2017 को ही NPA (गैर-निष्पादित आस्ति) में बदल गया था. बैंक ने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी ने फंड डायवर्जन और लोन शर्तों का उल्लंघन किया.इसी तरह, बैंक ऑफ इंडिया ने रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड और उसके डायरेक्टर्स के खातों को भी धोखाधड़ी करार दिया. इसमें ₹51.77 करोड़ का बकाया बताया गया है.
31,580 करोड़ का कुल कर्ज
रिलायंस कम्युनिकेशंस और इसकी सहायक कंपनियों ने कुल ₹31,580 करोड़ का कर्ज भारतीय बैंकों से लिया था. कर्ज न लौटाने और फंड के कथित दुरुपयोग के चलते अब कई बैंक कंपनी पर कार्रवाई कर रहे हैं.
CBI की बड़ी छापेमारी
इसी बीच, केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शनिवार को मुंबई में दो ठिकानों पर छापेमारी की. इनमें अनिल अंबानी का आवास और RCom का दफ्तर शामिल है. यह छापा SBI की ताजा शिकायत के बाद मारा गया, जिसमें कंपनी पर ₹2,929.05 करोड़ के बैंक फ्रॉड का मामला दर्ज किया गया है.
इन गंभीर आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए अनिल अंबानी के प्रवक्ता ने कहा कि यह सारे आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं. उन्होंने दावा किया कि अंबानी सभी मामलों में कानूनी रूप से अपना बचाव करेंगे.
विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार बैंकों की कार्रवाई और CBI की जांच से अनिल अंबानी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. अगर आरोप साबित होते हैं, तो यह देश के सबसे बड़े कॉर्पोरेट बैंक फ्रॉड मामलों में से एक साबित हो सकता है.

