- सैकड़ों श्रद्धालुओं के बीच यूपी-उत्तराखंड के सीएम ने भी किए बाबा केदारनाथ के दर्शन-पूजन
एफएनएन, रुद्रप्रयाग। भारी बर्फवारी के बीच शीतकाल के लिए सोमवार से बाबा केदारनाथ यात्रा का समापन हो गया है। इसके साथ ही भगवान भूतभावन देवाधिदेव शिवशंकर केदारनाथ के कपाट भी अगले छह माह तक श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे। इस अवधि में भक्तगण भगवान भोलेनाथ के दर्शन ऊखीमठ के पंचगद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में कर सकेंगे। सैकड़ों श्रद्धालुओं के हुजूम के बीच यूपी के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के सीएम त्रिवेद्र रावत ने भी बाबा केदारनाथ के दर्शन किए और पूजा-अर्चना भी की।
तयशुदा कार्यक्रम के तहत सोमवार सुबह तड़के तीन बजे से मंदिर में विशेष पूजाएं हुईं। मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग ने सभी पूजा विधि संपन्न कराई। सुबह लगभग 8 बजकर 35 मिनट पर मंदिर के मुख्य कपाट पुलिस प्रशासन, देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों की मौजूदगी में बंद कर दिए गए। केदार बाबा की उत्सव डोली ने मंदिर की परिक्रमा की, जिसके बाद केदार बाबा की डोली अपने प्रथम पड़ाव रामपुर के लिए रवाना हो गई। इस अवसर पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद थे ।मंदिर के कपाट बंद होने के अवसर पर पूरी केदार पुरी केदार बाबा के जयकारों से गूंज उठी। सेना के मधुर बैंड की कर्णप्रिय स्वर लहरियों से धाम का वातावरण भक्तिमय हो गया।
इस मौके पर लगभग डेढ़ से दो हजार भक्त मौजूद थे। भगवान की डोली सोमवार रात अपने प्रथम पड़ाव रामपुर में विश्राम करेगी। कल 17 नवंबर मंगलवार को द्वितीय पड़ाव एवं रात्रि विश्राम गुप्तकाशी विश्वनाथ मंदिर में होगा। अगले दिन यानी 18 नवंबर को पंच गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में भगवान विराजमान हो जाएंगे, जहां छह महीनों तक भक्तगण भोले बाबा के दर्शन कर सकेंगे। कपाट बंद होने के मौके पर केदारनाथ में भारी बर्फबारी हुई। रविवार रात्रि से ही केदारनाथ में हल्की बूंदाबांदी और बर्फबारी होने लगी थी, लेकिन सुबह तड़के 4:00 बजे से लगातार बर्फबारी का दौर जारी था। सुबह साढ़े आठ बजे तक छह इंच से ऊपर बर्फ जम चुकी थी।।
परिसंपत्तियों के बंटवारे का कोई विवाद नहीं
मीडियाकर्मियों से मुखातिब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ किया कि परिसंपत्तियों को लेकर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में कोई विवाद नहीं है। अधिकांश मामले सुलझा लिए गए हैं, जो शेष बचे हैं उन पर भी शीघ्र निपटारा कर दिया जाएगा। अलकनंदा अतिथि गृह हरिद्वार का मामला वर्षों तक उच्च न्यायालय में लंबित रहा। बाद में दोनों सरकारों की सहमति से इसे उत्तराखंड को देने का फैसला हो चुका है। यहीं पर एक अन्य राजकीयअतिथि गृह बनाया गया है, जिस पर यूपी सरकार का स्वामित्व होगा। उन्होंने केदारनाथ धाम में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों को लेकर उत्तराखंड सरकारऔर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की।
पूजा करके बोले योगी-बाबा ने बुलाया है
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केदारनाथ मंदिर में विधिविधान से पूजा अर्चना की। सोमवार तड़के लगभग 3:30 बजे योगी आदित्यनाथ केदारनाथ मंदिर पहुंचे और सुबह 6:00 बजे तक उन्होंने मंदिर में पूजा की। इसके बाद वह अपने विश्राम गृह गढ़वाल विकास निगम के अतिथि गृह में चले गए। इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तर्ज पर उन्होंने भी दोहराया कि मैं स्वयं यहां नहीं आया। मुझे तो बाबा केदारनाथ ने बुलाया है।