एफएनएन, हल्द्वानी: सोमवार 6 जुलाई से सावन के पवित्र महीने का शुभारंभ हो रहा है। इस बार सावन महीने का शुभारंभ और समापन दोनों ही भगवान शिव के प्रिय वार सोमवार से हो रहा है जिसे एक शुभ संयोग माना जाता है। शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि का क्षय होने से पूरा मास 29 दिन का है जिसमें 5 सोमवार के अलावा कई विशेष पर्व व त्यौहार इसी श्रावण मास में पड़ेंगे।
हिंदू मान्यता के अनुसार सावन का महीना भगवान शिव की उपासना का महीना माना गया है। इस माह में भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। सावन के सोमवार का व्रत रखने और शिवलिंग पर जल चढ़ाने से सभी तरह की मन्नतें जरूर पूरी होती है। ज्योतिषीय दृष्टि से भी इस बार सावन का महीना कुछ विशिष्ट माना जा रहा है क्योंकि इस अवधि में काफी अंतराल के बाद 11 सर्वार्थ सिद्धि, 10 सिद्धि, 12 अमृत तथा 3 अमृत सिद्धि जैसे विशेष संयोग बन रहे हैं। चंद्र मकर राशि में तथा गुरु अपनी ही धनु राशि में होने से यह महीना और विशेष हो जाएगा। आइए जानते हैं सावन महीने का महत्व, पूजा विधि और संयोग के बारे में….
इनमें से कोई भी एक चीज, होगा भाग्योदय
रुद्राक्षः ऐसी मान्यता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी। इसलिए यदि आप इसे सावन के सोमवार को घर में लाते हैं और घर के मुखिया के कमरे में रखते हैं तो भगवान शिव न केवल रुके हुए काम को पूरा करते हैं, बल्कि इससे आॢथक लाभ भी होता है। इससे प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होती है।
गंगा जलः भगवान शंकर ने गंगा मां को अपनी जटा में स्थान दिया था। इसलिए यदि आप सावन के सोमवार को गंगाजल लाकर घर की किचन में रखते हैं तो घर में सम्पन्नता बढ़ेगी और तरक्की व सफलता मिलेगी।
चांदी या तांबे का त्रिशूूलः घर के हाल में चांदी या तांबे का त्रिशूूल स्थापित करके आप घर की सारी नैगेटिव एनर्जी खत्म कर सकते हैं। इस बार सावन में इसे जरूर लाएं।
चांदी या तांबे का नागः नाग को भगवान शिव का अभिन्न अंग माना जाता है। घर के मेन गेट के नीचे नाग-नागिन के जोड़े को दबाने से रुके हुए काम पूरे होते हैं।
डमरूः घर में डमरू रखने से नैगेटिव एनर्जी का असर नहीं होता। खासतौर से यदि आप इसे बच्चों के कमरे में रखें तो ज्यादा अच्छा होगा। बच्चे किसी भी नकारात्मक ऊर्जा से बचे रहेंगे और उन्हें हर काम में सफलता भी प्राप्त होती है।
जल से भरा तांबे का लोटाः घर के जिस हिस्से में परिवार सबसे ज्यादा रहता है, वहां एक तांबे के लोटे में जल भरकर रख दें। इससे घर के लोगों के बीच प्रेम और विश्वास बना रहेगा। समय- समय पर उस पानी को बदलते रहें। उस पानी को ऐसे ही जाया न करें, उसे किसी पेड़ या पौधे में डाल दें।
चांदी के नंदीः जिस प्रकार घर में चांदी की गाय रखने का महत्व है उसी प्रकार चांदी के नंदी घर में रखने का भी खास महत्व है। अपनी तिजोरी या अलमारी में जहां आप पैसे या गहने रखते हैं, वहां चांदी के नंदी रखें। इससे आपको धन लाभ होगा और आपकी आर्थिक सम्पन्नता बढ़ेगी।
श्रावण के सोमवार की तालिका
6 जुलाई- पहला सोमवार
13 जुलाई- दूसरा सोमवार
20 जुलाई- तीसरा सोमवार
27 जुलाई- चैथा सोमवार
03 अगस्त- पांचवां व अंतिम सोमवार
त्यौहार व्रत, पर्व भी सावन को विशेष संयोग
06 जुलाई को सावन की शुरूआत सोमवार को होने के बाद दूसरा सोमवार 13, तीसरा सोमवार 20, चैथा सोमवार 27 और पाचवां सेामवार 03 अगस्त को पड़ेगा। 03 अगस्त के ही दिन पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। इसी दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधेगी ।
रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त
सुबह 9ः27 से रात 11:11 बजे तक शुभ योग
हरियाली अमावस्या
इस दौरान 20 जुलाई सोमवार को श्रावण अमावस्या 2020 भी पडे़ेगी। श्रावण मास में आने वाली अमावस्या को श्रावणी कहा जाता है। चूंकि इस माह से सावन महीने की शुरूआत होती है। इसलिए इसे हरियाली अमावस्या भी कहते हैं।प्रत्येक अमावस्या की तरह श्रावणी अमावस्या पर भी पितरों की शांति के लिए पिंडदान और दान-धर्म करने का महत्व है।